शिमला, 5 नवंबर (निस)
हिमाचल प्रदेश में मंडी संसदीय उपचुनाव में उम्मीदों के विपरीत अप्रत्याशित जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा सिंह ने अपनी जीत का श्रेय महंगाई व बेरोजगारी को दिया है। प्रतिभा सिंह ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ वोट दिया है। क्योंकि इन दोनों मुद्दों के कारण आज जनता बुरी तरह त्रस्त है और भारी महंगाई ने आम लोगों का जीना दूभर कर दिया है।
प्रतिभा सिंह ने शिमला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा के दुष्प्रचार के बावजूद मंडी के मतदाताओं ने उन्हें आपार स्नेह दिया। उन्होंने कहा कि मंडी संसदीय उपचुनाव में महंगाई और बेरोजगारी मुख्य मुद्दे रहे। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि और कांग्रेस सरकार के समय हुए विकास कार्य भी उनकी जीत के मुख्य वजह रहे। प्रतिभा सिंह ने ये भी दावा किया कि उन्होंने सांसद रहते यूपीए सरकार के शासनकाल में अटल टनल रोहतांग परियोजना को मंजूर करवाया और यूपीए सरकार के समय ही इस परियोजना का शिलान्यास भी किया गया। उन्होंने कहा कि कुल्लू के लोगों की पानी की समस्या को भी उन्होंने सांसद रहते सुलझाने का काम किया। प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह भविष्य में पांगी के लिए सुरंग और राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के मुद्दे को केंद्र सरकार के साथ प्रमुखता से उठाएंगी। कांग्रेस सांसद ने मंडी में हवाई अड्डे के निर्माण का भी विरोध किया और कहा कि मंडी की जनता इससे खुश नहीं है क्योंकि उनकी उपजाऊ जमीन इस हवाई अड्डे में जा रही है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह कुल्लू हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के पक्ष में है। इससे कुल्लू घाटी सहित पूरे प्रदेश में पर्यटन को व्यापक बढ़ावा मिलेगा।
डीजल और पैट्रोल पर वैट कम करने को बताया मामूली
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि प्रदेश में एक संसदीय और तीन विधानसभा उपचुनाव में करारी हार से भाजपा के होश उड़ गए हैं। यही कारण है कि अब भाजपा हिमाचल ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर डैमेज कंट्रोल में लग गई है और इसी के चलते डीजल तथा पैट्रोल पर केंद्र ने एक्साइज ड्यूटी कम की है। कुलदीप सिंह राठौर आज शिमला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि डीजल और पैट्रोल की कीमतों में केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा की गई कटौती बहुत मामूली है। उन्होंने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों पर भारी कमी आई है। इसके बावजूद देश में इन दोनों ही पैट्रोलियम पदार्थों के दाम अभी भी बहुत अधिक हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय में कच्चा तेल 110 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया था। इसके बावजूद देश में पैट्रोल की कीमत 71 रुपए और डीजल की कीमत 57 रुपए थी। आज कच्चे तेल की कीमत इसकी तुलना में आधी है लेकिन सरकार इसे 100 रुपए से ऊपर बेच रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में हुए उपचुनाव के नतीजों का असर दिखने लगा है। इन नतीजों ने साबित कर दिया है कि प्रदेश में अब भाजपा के दिन पूरे हो चुके हैं।