विनोद कुहाड़/निस
गन्नौर, 5 अगस्त
टोक्यो ओलंपिक में 41 साल बाद पूरा देश पुरुष हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने का जश्न मना रहा है और टीम के प्रत्येक सदस्य पर गर्व कर रहा है। जिस हॉकी टीम के लिए स्पॉन्सर तक नहीं मिले थे, आज उसी टीम ने देश का मस्तक ऊंचा कर दिया। हॉकी टीम के सदस्य गन्नौर के गांव कुराड़ के रहने वाले सुमित के परिवार और गांव में जश्न का माहौल है। गांव में ढोल बजाकर नाचते-गाते हुए खुशी मनाई जा रही है।
सुमित के पिता प्रताप सिंह, भाई जय सिंह, अमित कुमार, भाभी ज्योति तथा भतीजे भारत व भतीजी अलिना ने कहा कि सुमित ने परिवार को नाम रोशन कर दिया। पिता व भाई आंखों में छलकते आंसू रोक नहीं सके। ग्रामीणों ने लड्डू बांटते हुए खुशी मनाई और कहा कि सुमित की उपलब्धि से गांव, जिला, प्रदेश व देश का नाम ऊंचा हो गया है। पूरी टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए भारत की झोली को पदक से भरा है। लॉकेट में थी मां की फोटो : हॉकी खिलाड़ी सुमित पहली बार मां की तस्वीर के लॉकेट को गले में डाल कर वादा करके गया था कि टीम के साथ जीतकर लौटेगा। सुमित के पिता प्रताप सिंह ने बताया कि आज अगर सुमित की मां जिंदा होती तो बेटे को टोक्यो में डबल खुशी होती। बेटे सुमित ने पिछले साल अपनी मां के बीमारी होने के दौरान उनकी नाजुक हालत देखते हुए उनसे वादा किया था कि मां बस भगवान तुझे वो दिन दिखा दे कि अपने बेटे के गले में मैडल देखे। सुमित अपने गले के लॉकेट में मां की फोटो को डाले रहता है कि उसके साथ मां हमेशा रहे।
मां की बीमारी से मौत के बाद सुमित का यह संकल्प और दृढ़ हो गया था। उन्होंने परिवार और गुरु जी से वादा किया था कि मां के लॉकेट की निशानी को मेडल में तब्दील कर कर लेकर आएगा।
होटल पर की है मजदूरी
सुमित के बड़े भाई जय सिंह व अमित का कहना कि उनके लिए आज बहुत खुशी का दिन है। भाई ने खुद मजदूरी कर अपने लिए हाॅकी व अन्य साधन जुटाए। वह परिवार के साथ होटल पर भी मजदूरी करने गया। वे गांव के लोगों के द्वारा किए सहयोग को भी नही भूल सकते। ग्रामीणों ने सुमित के सपने को साकार करने में बहुत योगदान दिया। आज उनका भाई व उनकी टीम पूरे देश में छाई हुई है। उनका परिवार आज भी अपना जीवन बसर करने के लिए मेहनत मजदूरी करता है। पारिवारिक हालात काफी दयनीय रहे हैं। जिनको बयां करना भी उनके लिए आसान नहीं है। एक वक्त होता था जब पूरा परिवार एक ही कमरे में रहता था और बारिश के दिनों में छत टपकने लगती थी। रात भर टपकने वाली छत के बंद होने का इंतजार करते थे और ऐसे करते-करते सुबह हो जाती थी। सुमित की मेहनत के बल पर परिवार को अब अपने दिन फिरने की उम्मीद है।
सीएम ने सुमित के पिता व परिजनों को दी बधाई
सोनीपत (निस) : मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य खिलाड़ी सुमित व उनके परिजनों को बधाई दी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने भी फोन पर सुमित के परिजनों को शुभकामनाएं दी। इसके अलावा गांव में उनके परिजनों को दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने भारतीय हॉकी टीम की जीत की खबर मिलते ही गांव कुराड़ पहुंचकर सुमित के पिता प्रताप सिंह, बड़े भाइयों जय सिंह, अमित कुमार तथा कोच नरेश आंतिल को विशेष रूप से बधाई दी।