पंचकूला, 8 अक्तूबर(ट्रिन्यू)
हरियाणा के वन एवं वन्य प्राणी मंत्री कंवरपाल ने लोगों से आह्वान किया है कि वे प्रकृति को परमात्मा मानकर लुप्त हो रही पेड़ पौधों की प्रजातियों तथा वन्य प्राणियों के सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए आगे आएं।कंवरपाल आज दो से आठ अक्तूबर तक आयोजित वन्य प्राणी सप्ताह के समापन अवसर पर पिंजौर के बीड़ शिकारगाह वन्य जीव अभयारण्य के अंतर्गत जोधपुर गांव में बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के सहयोग से स्थापित गिद्ध सरंक्षण प्रजनन केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में दुर्लभ प्रजाति के संरक्षित गिद्धों को जंगल में छोड़ने के अवसर पर बोल रहे थे।
मंत्री ने बताया कि 2015 में इसी गिद्ध सरंक्षण प्रजनन केंद्र में 8 गिद्धों को प्री-रिलीस अवेरी में छोड़ा गया था और आज लगभग 5 वर्षों बाद उन्हीं 8 गिद्धों को एशिया के पहले जिप्स वल्चर रिइंट्रोडक्शन प्रोग्राम के तहत रिहा कर प्राकृतिक वन्य जीव पर्यावरण में छोड़ा जा रहा है। बाम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसायटी के वैज्ञानिक डॉ. विभु प्रकाश ने इस केंद्र में चलाई जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर वन मंत्री ने केंद्र परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अलावा उन्होंने केंद्र में नई गिद्ध पक्षीशाला का उद्घाटन किया और इसमें गिद्धों को छोड़ा।
प्रतियोगिताओं के विजेता सम्मानित
वन मंत्री ने वन्यप्राणी सुरक्षा सप्ताह के दौरान आयोजित की गई इको प्रश्नोत्तरी तथा पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं तथा विभाग के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित भी किया। इको प्रतियोगिता में तन्वी को प्रथम, तुषार को द्वितीय तथा सुनील को तृतीय तथा पेंटिंग में कुशाग्र को प्रथम, इशांत तंवर को द्वितीय तथा तन्वी को तृतीय पुरस्कार दिया गया।