नयी दिल्ली, 30 मार्च (एजेंसी)
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता समय की मांग है और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसकी स्तंभ हैं। पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सिंघवी ने ट्वीट किया, ‘गैर भाजपा विपक्ष समय की मांग है। ममता इसकी स्तंभ हैं। 2024 के लिए राज्यवार हर घटक को समन्वय के साथ एकजुट करना होगा ताकि मतों के विभाजन को रोका जा सके। भाजपा की सर्वश्रेष्ठ जीत भी, डाले गए कुल मतों के 39 प्रतिशत से आगे नहीं गई।’ उन्होंने यह भी कहा कि ममता और दूसरे सभी लोगों को, भाजपा विरोधी दायरे को एकजुट करने के लिए संयम के साथ पूरा जोर लगाना होगा। गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखकर उनसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने की अपील की है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख के तौर पर लिखे गए पत्र में बनर्जी ने भाजपा से मुकाबला करने की रणनीतियों पर चर्चा करने और एकजुट एवं सैद्धांतिक विपक्ष बनाने का संकल्प लेने के लिए एक बैठक करने की अपील की, ताकि ‘‘ऐसी सरकार बनाने की तैयारी की जा सके, जिसका देश हकदार है।’ उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता के इस बयान को लेकर मंगलवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बीरभूम हिंसा के असर को देखकर भयभीत हैं और वह इससे ध्यान भटकाने के लिए विपक्षी एकजुटता के बारे में बात कर रही हैं। लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने यह भी कहा था कि हिंसा की इस घटना से प्रदेश की छवि धूमिल हुई है और देश भर में लोग पश्चिम बंगाल सरकार की निंदा कर रहे हैं।