टोक्यो, 29 अगस्त (एजेंसी)
खेल दिवस के मौके पर रविवार को टोक्यो पैरालंपिक में भारत को पदकों की सौगात मिली। भाविनाबेन पटेल ने टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा में रजत अपने नाम करके देश को पहला पदक दिलाया। उनके बाद हिमाचल प्रदेश के निषाद कुमार ने ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में एशियाई रिकाॅर्ड के साथ रजत पदक जीता। चक्का फेंक एथलीट विनोद कुमार ने भी एशियाई रिकाॅर्ड के साथ पुरुषों की एफ52 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, लेकिन उनके विकार के क्लासिफिकेशन पर विरोध के कारण वह जीत का जश्न नहीं मना पाये। विनोद रोहतक के रहने वाले हैं। आयोजकों के एक बयान के अनुसार इस स्पर्धा का नतीजा अभी समीक्षा के अधीन है, पदक समारोह 30 अगस्त के शाम के सत्र तक स्थगित कर दिया गया है। भारत के दल प्रमुख गुरशरण सिंह ने कहा कि विनोद कुमार का पदक अभी बना रहेगा, इस पर कल फैसले की उम्मीद है।
भाविनाबेन पटेल को महिला एकल फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की झाउ यिंग के खिलाफ 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा, लेकिन वह एेतिहासिक रजत पदक के साथ पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनने में सफल रहीं। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की मौजूदा अध्यक्ष दीपा मलिक 5 साल पहले रियो में गोला फेंक में रजत पदक के साथ पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं थी। पैरालंपिक की टेबल टेनिस स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय भाविनाबेन ने शनिवार को सेमीफाइनल में दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी चीन की मियाओ झैंग को हराया था। रजत पदक लेने के बाद उन्होंने कहा, ‘मुझे पता था ऐसा (पदक जीतना) होगा, क्योंकि देश में करोड़ों लोग प्रार्थना कर रहे थे, सभी को धन्यवाद।’
एशियाई रिकॉर्ड के साथ पदक
निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में 2.06 मीटर का जंप लगाकर एशियाई रिकाॅर्ड बनाया और रजत पदक जीता। अमेरिका के डलास वाइज को भी रजत पदक दिया गया, क्योंकि उन्होंने भी 2.06 मीटर का जंप लगाया। अन्य अमेरिकी रोडरिक टाउनसेंड ने 2.15 मीटर की कूद के विश्व रिकाॅर्ड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसी स्पर्धा में एक अन्य भारतीय रामपाल 1.94 मीटर की कूद से पांचवें स्थान पर रहे। हिमाचल प्रदेश के अम्ब के 21 वर्षीय निषाद कुमार के पिता किसान हैं। उनका दायां हाथ घास काटने वाली मशीन से कट गया था, तब वह 8 वर्ष के थे। वहीं, चक्का फेंक एथलीट विनोद कुमार ने एफ52 स्पर्धा में 19.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से एशियाई रिकॉर्ड बनाते हुए तीसरा स्थान हासिल किया। पोलैंड के पियोट्र कोसेविज (20.02 मीटर) और क्रोएशिया के वेलिमीर सैंडोर (19.98 मीटर) ने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीता। विनोद बीएसएफ में ट्रेनिंग करते हुए लेह में एक चोटी से गिर गये थे। वह करीब एक दशक तक बिस्तर पर रहे।