पिंजौर, 20 दिसंबर (निस)
पिछले 18 दिनों से अर्बन एक्ट 7ए के विरोध में नीलकंठ हॉल के समक्ष धरने पर बैठे पिंजौर-कालका प्रॉपर्टी वेलफेयर एसोसिएशन ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रही किसान यूनियन को भी अपना पूर्ण समर्थन दे दिया है। अब दोनों यूनियन एक मंच पर आ चुकी हैं और एक-दूसरे द्वारा किए जाने वाले विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने का निर्णय लिया है। रविवार को एसोसिएशन प्रधान हर्ष चड्ढा, मुख्य संरक्षक मानसिंह, बलजीत सिंह बल्ली और भारतीय किसान यूनियन प्रधान कर्म सिंह के नेतृत्व में पिंजौर बाजार में रोष मार्च निकाला गया। प्रदर्शनकारियों ने धारा 7ए और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की।
‘अपनी ही जायदाद की खरीद-फरोख्त का हक छीना’
हर्ष चड्ढा और मानसिंह ने कहा कि सरकार ने धारा 7ए लगाकर न केवल पिंजौर, कालका बल्कि आसपास के 212 गांव की जमीनों, मकानों की खरीद-फरोख्त पर पूर्ण प्रतिबंध लगाकर लोगों को उन्हीं की प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया गया है। आज धरना स्थल पर बलजीत बल्ली, गुरभाग धमाला, बलजीत राव, जसविन्द्र जस्सू, कपिल शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे।