शिमला, 19 अप्रैल (निस)
हिमाचल प्रदेश सूखे की ओर बढ़ गया है। राज्य में बीते ढ़ाई महीने से वर्षा नहीं हुई है। इससे जहां राज्य में 434 पेयजल योजनाएं सूख गई हैं वहीं कुल कृषि क्षेत्र का साढ़े सोलह फीसदी कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है। मौसम का यदि यही मिजाज अगले कुछ दिन बना रहा तो प्रदेश का कृषि और बागवानी क्षेत्र 50 फीसदी तक प्रभावित होना तय है। साथ ही पेयजल संकट भी चरम पर पहुंच जाएगा। सूखे की सर्वाधिक मार ऊना जिला के किसानों पर पड़ी है और यहां सिर्फ कृषि क्षेत्र के 53 फीसद भाग सूखे की जद में आ गया है। प्रदेश के कुल 55.67 लाख हैक्टेयर भौगोलिक क्षेत्र में से 9 .44 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में खेती होती है। प्रदेश में फरवरी माह के पहले सप्ताह में बर्फबारी हुई थी। इसके बाद अधिकांश भागों में बारिश नहीं हुई है। बारिश न होने की मार कृषि के साथ ही पेयजल योजनाओं पर पड़ी है। राजस्व विभाग ने सूखे को लेकर सभी जिलाधीशों से रिपोर्ट तलब की थी। विभाग को सोलन, लाहौल स्पीति व किन्नौर को छोड़ कर बाकी 9 जिलों की रिपोर्ट मिल गई है। रिपोर्ट के मुताबिक बारिश न होने के कारण प्रदेश में 7.66 प्रतिशत क्षेत्र में 33 प्रतिशत से ज्यादा कृषि पैदावार को नुकसान पहुंच चुका है। सूखे से सर्वाधिक प्रभावित ऊना जिला हुआ है। यहां पर कुल कृषि क्षेत्र के 53 फीसदी क्षेत्र पर सूखे की मार पड़ी हैं। इसी तरह जिला बिलासपुर में कृषि क्षेत्र का 12 प्रतिशत, जिला हमीरपुर में 17 प्रतिशत क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इसके अलावा कांगड़ा में 6.52, कुल्लू में 1.50, मंडी में 4 और सिरमौर में 18.29 प्रतिशत कृषि क्षेत्र में फसलें तबाह हुई हैं। वहीं चंबा में यदि कुछ दिन और बारिश नहीं हुई तो 50 प्रतिशत फसल यहां पर भी सूखे की भेंट चढ़ सकती है। चंबा जिला अभी नुकसान से अछुता है। यहां पर सूखे का असर कम ही देखेने को मिला है।
लोगों को हो सकती है पानी की दिक्कत
उपायुक्तों द्वारा सौंपी रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि अगर आगामी दो सप्ताह में बारिश नहीं हुई तो कई क्षेत्रों में लोगों को पानी की दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। हमीरपुर जिला के भोरंज, बमसन, कुल्लू के खराहल, सरी, भेखली, अप्पर बेबली, जरीबारधा, केशवारी धारा, खारी कोल्टा, अरखंडी फगवाना बीशाला धार, करड़, कारना, कोटी, दलाश, डींगीधार, बेहना, खारगा, तुना, पोशना व अपर निरमंड जिला शिमला के फागू, मतियाना, कांगल, भरेरी व बड़ागांव तथा जिला ऊना के बंगाणा, भरवाईं व अंब क्षेत्र में लोगों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
ऊना में पारा 42 पहुंचा
हिमाचल में प्रचंड गर्मी का कहर जारी है। ऊना में आज पारा 42 डिग्री तक पहुंच गया। इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और दिन के समय लोग घरों तक ही सीमित हो गए हैं। शिमला में आज इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा और तापमान 27.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। प्रदेश में कल से कुछ स्थानों पर वर्षा और अंधड़ चलने की संभावना है। विभाग ने 20 से 23 अप्रैल तक राज्य में कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने, ओलावृष्टि और आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट भी जारी किया है।