जींद, 12 जनवरी (हप्र)
शहर के एक निजी अस्पताल में मंगलवार दोपहर बाद स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी की टीम व पुलिस ने सुनियोजित तरीके से छापेमारी की। छापेमारी के दौरान विभाग की विश्वासपात्र एक गर्भवती महिला के अल्ट्रासाऊंड के लिए फार्म एफ नहीं भरे जाने और इसकी रजिस्टर में एंट्री नहीं किए जाने जैसी अनियमितताएं मिलीं। ऐसी ही अनियमितताओं के आरोप में अस्पताल की अल्ट्रासाऊंड मशीन को सील कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जींद स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी विंग को सूचना मिल रही थी कि शहर के एक निजी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे भ्रूण की लिंग जांच की जा रही है। सूचना के बाद मंगलवार को पीएनडीटी प्रभारी डॉ. पालेराम कटारिया के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम बनाई गई। टीम में डॉ. दीपक, उषा जटाना और अंकित आदि को शामिल किया गया।
स्वास्थ्य विभाग ने एक मुखबिर की सूचना पर एक दलाल से संपर्क साधा गया। दलाल से 55 हजार रुपए में सौदा हुआ। स्वास्थ्य विभाग ने एक गर्भवती महिला को इस निजी अस्पताल में उसके गर्भ में पल रहे भ्रूण की लिंग जांच के लिए भेजा गया। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की जासूस गर्भवती महिला का इस निजी अस्पताल में अल्ट्रासाऊंड हुआ।
लड्डू खिलाओ, मतलब लड़का
अल्ट्रासाऊंड के बाद एक स्टाफ सदस्य ने बाहर मैसेज दिया कि लड्डू खिलाओ। लड्डू खिलाओ से मतलब गर्भ में लड़का है। विभाग की जासूस गर्भवती महिला का अल्ट्रासाऊंड करने में भारी अनियमितता बरती गई। इसके लिए न तो फार्म एफ भरा गया और न ही अस्पताल के अल्ट्रासाऊंड रजिस्टर में महिला का अल्ट्रासाऊंड किए जाने की एंट्री की गयी, जबकि यह करना कानूनी रूप से जरूरी था।
महिला डाक्टर और दलाल फरार
जिस दलाल को 55 हजार रुपए दिए गए थे, वह मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। अस्पताल की संचालिका महिला चिकित्सक भी मौके से फरार हो गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस मामले में पुलिस को विस्तृत शिकायत दी जा रही है।