नरेंद्र ख्यालिया/निस
हिसार, 28 मार्च
हरियाणा विद्यालय शिक्षा ने 30 मार्च से शुरू होने वाली 10वीं व 12वीं की परीक्षा के लिए कमर कस ली है। इस बार बोर्ड ने रोल नंबर पर क्यूआर कोड लगाया गया है। कोड को स्कैन करते ही पता चल जाएगा कि परीक्षा देने वाला मुन्ना भाई तो नहीं। शिक्षा बोर्ड का दावा है कि इस तकनीक से फर्जी परीक्षाथिर्यों को पकड़ने में मदद मिलेगी। यहां बताना होगा कि जब भी प्रदेश में किसी भी प्रकार की परीक्षाएं आयोजित करवाई जाती हैं, लगभग सभी परीक्षाओं में नकली परीक्षार्थी पकड़े जाते हैं।
2 साल बाद होगी बोर्ड की परीक्षा
कोरोना महामारी के चलते बोर्ड परीक्षाओं को 2020 के शिक्षा सत्र के दौरान बीच में ही स्थगित करना पड़ा था और बिना परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए थे। अब फिर दो साल बाद 30 मार्च से 12वीं व 31 मार्च से 10वीं की परीक्षाएं शुरू की जा रही हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने क्यूआर कोड व्यवस्था के बारे बताया कि इससे फर्जी परीक्षार्थी बच नहीं पाएगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा केन्द्र में सवा बारह बजे के बाद किसी भी कीमत पर एंट्री नहीं हो पाएगी।