चंडीगढ़, 3 अगस्त (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय ने पीजी-सीईटी के पहले चरण में आशा से कम छात्र परीक्षा में बैठे जिससे इस साल पीयू में बड़े पैमाने पर सीटें खाली रह जाने का अंदेशा है। कुल 9 परीक्षा केंद्रों में होशियारपुर, लुधियाना और श्री मुक्तसर साहिब के अलावा छह केंद्र पीयू कैंपस चंडीगढ़ में थे। पीयू प्रवक्ता ने बताया कि 70 फीसदी से ज्यादा छात्र परीक्षा में बैठे। एमबीए एग्जिक्यूटिव की 130 सीटों के लिये केवल 63 छात्र ही अपीयर हुए। एमई सिविल इंजीनियरिंग की 20 सीटों के लिये महज 10 ने परीक्षा दी और 10 अनुपस्थित रहे। एमएससी इंड्स्ट्रियल कैमिस्ट्री की 140 सीटों पर महज 85 छात्र ही एंट्रेस देने आये। एमएससी कंप्यूटर साइंस की भी 143 सीटों के लिये 93 छात्र ही परीक्षा देने आये। न्यूक्लीयर मेडिसन की 135 सीट के लिये 94, एमई केमिकल एनवायरनमेंट की 25 सीट के लिये 18, एमपीएड की 192 सीटों पर 164, इतिहास की 327 सीटों के लिये 221 उम्मीदवार ही पेपर देने आये। इसी तरह स्टैटेस्टिक्स में 172 सीटों के लिये 125, जिओलॉजी की 61 सीट के लिये 35, आपदा प्रबंधन में पीजी की 137 सीट के लिये 99, ह्यूमन जिनोम की 189 सीट पर 115, एमटेक मैटीरियल साइंस में 6 सीट के लिये महज 3, बायोकैमिस्ट्री की 216 सीटों के लिये 144, एनवायरनमेंटल साइंस की 305 सीट के लिये 216, जिओ-इनफोर्मेटिक्स की 74 सीट के लिये 51, बायोफिजिक्स की 30 सीट के लिये 16, एमकॉम बिजनेस इनोवेशन की 81 सीट के लिये 56, एमई इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की 14 सीट के लिये 10, फोरेंसिक साइंस की 439 सीटों के लिये 320, एमए इंगलिश की 967 सीटों के लिये 755 ने ही प्रवेश परीक्षा दी।