भिवानी, 13 जनवरी (हप्र)
भिवानी के साइ हॉस्टल में सीटें घटाने का मामला तूल पकड़ रहा है। भिवानी जिला देश में खेलों का मुख्य केंद्र बिंदु रहा है। जिले से करीब चार हजार अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी विभिन्न खेलों से निकले हैं। अब भिवानी जिला के साथ खेल सुविधाओं में अन्याय हो रहा है। युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल प्रधान ने कहा कि भिवानी के साइ हॉस्टल में खिलाडिय़ों की सीटें 110 से घटाकर 50 कर दी गई है, जो कि खिलाडिय़ों के साथ सरासर अन्याय है। युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल प्रधान ने साइ हॉस्टल में सीटें दोबारा से बढ़ाए जाने की मांग को लेकर उत्तर भाई साइ सेंटर के इंचार्ज कुलदीप सिंह के माध्यम से केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के नाम ज्ञापन सौंपा। कमल प्रधान ने कहा कि 1986 में भिवानी में साइ सेंटर की स्थापना हुई थी, उस वक्त नौ खेलों के खिलाड़ियों को शामिल किया गया था, उसके बाद जिमनास्टिक, हॉकी व कबड्डी को साइ सेंटर से हटा गया था। साइ हॉस्टल में लगभग 110 खिलाडिय़ों के रहने की व्यवस्था है। अभी नवंबर माह में भारतीय खेल प्राधिकरण से एक पत्र जारी किया गया था, जिसमें भिवानी साइ सेंटर की सीटें घटाकर 50 कर दी गई।
यहीं से निकले हैं ओलंपिक पदक विजेता बिजेन्द्र भी
उन्होंने कहा कि भिवानी साइ सेंटर से लगभग 1500 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया है। इनमें पहली बार ओलंपिक में कांस्य पदक बिजेंद्र सिंह ने बॉक्सिंग में जीता। कमल प्रधान ने कहा कि भिवानी साइ सेंटर के दस खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड व 12 खिलाड़ियों को भीम अवॉर्ड भी मिल चुका है। भिवानी साइ सेंटर से 18 खिलाडिय़ों ने ओलंपिक खेलों में भाग लिया।