चंडीगढ़, 7 फरवरी (ट्रिन्यू)
डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के साथ जोड़ने के मद्देनज़र हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने सोमवार को ई-गिरदावारी एंड्रॉइड आधारित मोबाइल एप लांच की। एप को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, हरियाणा द्वारा इनहाउस डिजाइन और विकसित किया है। एप प्रत्येक खसरा और विशेष गिरदावारी में फसल क्षति के लिए बोए गए फसलों को रिकॉर्ड करने के लिए खसरा गिरदावरी (फसलों का निरीक्षण) करने के लिए पटवार को उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस प्रदान करेगी। मोबाइल एप वेब-हेलिस, लैंड रिकॉर्ड्स प्रबंधन और हरियाणा की डीड पंजीकरण प्रणाली के साथ एकीकृत है। इस पर किसी भी भूमि पार्सल में बाए गए एकल या एकाधिक फसलों को रिकार्ड करने की सुविधा रहेगी। सरकारी भूमि और गांव त्रि-जंक्शन सीमा स्तरीय की स्थिति के बारे में बताए गए सिंगल या कई फसलों को रिकॉर्ड करने की सुविधा भी एप में दी गई है। इसे आमतौर पर खसरा नंबर के उपयोगकर्ता के अनुकूल ग्रिड आधारित इंटरफेस के माध्यम से ‘सेहाडा’ के रूप में जाना जाता है। खेवट, खसरा नंबर आदि का ब्यौरा गिरदावरी आयोजित करने के लिए पूर्व लोड किया है।