रेवाड़ी, 2 अगस्त (निस)
मानसून के दौरान जलभराव के चलते किसानों की खराब हुई फसलों व क्षतिग्रस्त हुए मकानों की मुआवजे की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के पदाधिकारियों ने सोमवार को जिला सचिवालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया।
यूनियन के जिला प्रधान समय सिंह एवं जिला महासचिव कुलदीप सिंह बुढ़पुर ने बताया कि भारी वर्षा के चलते खेतों में कई दिनों से पानी जमा है जिसके किसानों की बाजरे, कपास व ज्वार की फसल नष्ट हो चुकी है जिससे इस महंगाई के दौर में किसानों की हालात खराब होती जा रही है। किसानों की सरकार से मांग है कि खराब फसल की गिरदावरी करवाकर तुरंत प्रभाव से मुआवजा दिया जाए। फसल के साथ-साथ किसानों के घरों में दरार आ गई है।
यूनियन सदस्यों ने कहा कि अगर प्रशासन ने तुरंत सर्वे शुरू नहीं करवाया तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। इस मौके पर उप प्रधान ईश्वर सिंह महलावत, कोसली ब्लाक प्रधान सवाचन्द नम्बरदार रोझुवास, बावल ब्लाक प्रधान जगदीश गुर्जर बावल, महिला जिला अध्यक्ष लक्ष्मीबाई आदि उपस्थित रहे।
कनीना के किसानों ने दिया ज्ञापन
कनीना, 2 अगस्त (निस)
क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा के कारण किसानों की फसल खराब हो गई है जिसको लेकर किसानों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मुआवजे की मांग की है। सोमवार को उपमंडल कार्यालय पहुंचे किसान बलवान सिंह, राजबीर, रामकिशन,रविंद्र आदि ने तहसीलदार कनीना को दिए अपने ज्ञापन में कहा कि ज्यादा वर्षा के कारण छितरोली,उच्चत,झाड़ली व धनौंदा की सीमा में बाजरा व कपास की फसल बर्बाद हो गई है जिसकी गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिया जाए। किसानों ने बताया कि उन्होंने फसल का बीमा करवाया है उसकी बैंक अधिकारी पॉलिसी नहीं दे रहे हैं।