भिवानी, 12 जनवरी (हप्र)
एक तरफ जहां कड़ाके की ठंड में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है तो वहीं बर्खास्त पीटीआई अपनी बहाली की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से यमुनानगर में डेरा जमाए बैठे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा उनकी मांग मानने की बजाए उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर उन्हें ओर प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है।
यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष जारी बर्खास्त पीटीआई के धरने को संबोधित करते हुए तालमेल कमेटी से राजेश सभ्रवाल, सूरजभान जटासरा, विरेंद्र घणघस, सोमदत्त शर्मा, विनोद पिंकू ने कही।
तालमेल कमेटी के सदस्यों ने कहा कि यमुनानगर में अपनी बहाली की मांग कर रहे बर्खास्त पीटीआई के साथ प्रशासन द्वारा अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। संघर्षरत बर्खास्त पीटीआई को कड़ाके की ठंड में जबरन उठाकर 60-60 किलोमीटर दूर मरने के लिए छोड़ दिया गया, जो कि प्रशासन का अमानवीय व्यवहार दर्शाता है। यमुनानगर प्रशासन के इसी दुर्व्यवहार के विरोध में बुधवार को प्रदेशभर के बर्खास्त पीटीआई ने तालमेल कमेटी के साथ मिलकर जिला स्तर पर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे अपना वायदा पूरा करते हुए बर्खास्त पीटीआई को समायोजित करने का काम करने करें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अब प्रदेश सरकार ने उनकी बहाली की मांग जल्द पूरी नहीं की तो वे तालमेल कमेटी के साथ मिलकर प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर राकेश सिवाच, कामरेड ओमप्रकाश, रामफल देशवाल, एडवोकेट संजय अग्रवाल, ठाकुर रामपाल तंवर, कामरेड राजेश कुंगड़, राकेश पीटीआई, सुशील दहिया, दयानंद डीपीई, भूप सिंह बडदूचैनासहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।