यमुनानगर, 24 नवंबर (हप्र) मूली की फसल किसानों के लिए भारी घाटे का सौदा साबित हुई। 2 महीने पहले 15 से 20 रुपए किलो के भाव से बिकने वाली मूली के अच्छे दामों से उत्साहित किसानों ने काफी संख्या में मूली लगायी थी। अब मूली के मंडी में भाव एक से डेढ़ रुपए किलो ही मिल पा रहे हैं, जिससे किसानों का मंडी तक फसल को लेकर पंहुचने वाला खर्च भी पूरा नहीं हो पा रहा है। ऐसे में अब दुखी किसानों ने फसल को खेत से बाहर सड़कों पर फेंकना शुरू कर दिया है। जिस कारण अब मूली की फसल बेसहारा पशुओं का चारा बनी हुई है। मूली उत्पादक किसानों ने बताया की विगत माह प्याज के दामों में वृद्धि से मूली को सलाद के विकल्प के तौर पर काफी इस्तेमाल किया गया था, जिसके चलते उस वक्त किसानों ने एक एकड़ मूली की फसल से एक से डेढ़ लाख रुपए तक की बिक्री की थी, जिससे उन्हें काफी अच्छा मुनाफा हुआ था। मौजूदा वक्त में मंडी तक फसल ले जाने तक भी खर्च पूरा नहीं हो रहा है। ऐसे में वे फसल सड़क पर फेंकने को मजबूर हैं।