दिनेश भारद्वाज/ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 6 अक्तूबर
हरियाणा में राइट-टू-सर्विस कमीशन के चीफ कमिश्नर पद को लेकर लॉबिंग तेज हो गई है। इस पद पर सलेक्शन के लिए राज्य सरकार मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सर्च कमेटी और सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में सलेक्शन कमेटी का गठन भी कर चुकी है। इस पद के लिए अभी तक 2 बार आवदेन आमंत्रित किए जा चुके हैं लेकिन अभी तक भी सर्च कमेटी की बैठक नहीं हुई है। मुख्य सचिव पद से 30 सितंबर को ही रिटायर हुईं केशनी आनंद अरोड़ा चीफ कमिश्नर पद के लिए काफी भाग-दौड़ कर रही हैं। उनके मुख्य सचिव रहते हुए ही दोबारा विज्ञापन आमंत्रित किए थे। दोबारा से विज्ञापन मांगने के पीछे बड़ा कारण यही माना जा रहा था कि सरकार ने केशनी आनंद अरोड़ा की एजडस्टमेंट के लिए ही प्रक्रिया शुरू की है। केशनी आनंद आवेदन भी जमा करवा चुकी हैं।
ब्यूरोक्रेसी से जुड़े भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि शुरूआत में केशनी आनंद अरोड़ा की राह जितनी आसान नज़र आ रही थी, देरी की वजह से मामला ‘फंसता’ दिख रहा है। माना तो यही जा रहा था कि रिटायरमेंट के तुरंत बाद उनकी अगली नियुक्ति हो जाएगी लेकिन अब यह एडजस्टमेंट ‘दूर की कौड़ी’ जैसी नज़र आने लगी है। हालांकि लॉबिंग का ‘खेल’ अभी रुका नहीं है और आखिरी दम तक कोशिश जारी रहने वाली हैं।
सेवानिवृत्त आईएएस हरदीप कुमार ने भी किया आवेदन, एसएस प्रसाद का नाम भी चर्चा में
चीफ कमिश्नर पद के लिए सेवानिवृत्त आईएएस हरदीप कुमार ने भी आवेदन किया है। हरदीप कुमार पिछले करीब ढाई वर्षों से राइट-टू-सर्विस कमीशन में सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें आयोग का अनुभव भी हो गया है और इसी को आधार बनाते हुए उन्होंने चीफ कमिश्नर पर के लिए दावा ठोका है। गृह सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए एसएस प्रसाद का नाम चीफ कमिश्नर के लिए सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) के गलियारों में काफी चर्चाओं में है।
संघ की पसंद भी रखेगी मायने
सूत्रों का कहना है कि सरकार में बैठे लोग ही नहीं, संघ के भी कुछ नेताओं की पसंद सूची में प्रसाद का नाम शामिल है। प्रसाद ने पहले से ही आवेदन किया हुआ है। खट्टर सरकार के पहले कार्यकाल में वे कई अहम पदों पर रहे। सरकार के ‘भरोसेमंद’ होने की वजह से ही उन्हें गृह सचिव का जिम्मा सौंपा। इसी तरह से आईएएस सेवाओं से रिटायर हुए धनपत सिंह, अनिल कुमार व आरसी वर्मा ने भी चीफ कमिश्नर पद के लिए आवेदन किया हुआ है। अब जब दोबारा से आवेदन आमंत्रित हुए तो केशनी आनंद अरोड़ा के अलावा बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और 1987 बैच के आईएएस टीसी गुप्ता ने भी आवदेन किया है। डीजीपी पद से सेवानिवृत्त हुए बीएस संधू ने भी चीफ कमिश्नर की पोस्ट के लिए क्लेम किया हुआ है। सरकार ने राइट-टू-सर्विस कमीशन के एक्ट में स्पष्ट किया हुआ है कि चीफ कमिश्नर पद के लिए मुख्य सचिव रैंक के अधिकारी ही आवेदन कर सकते हैं। बताते हैं कि आवदेन करने वाले आईएएस (सेवानिवृत्त व कार्यरत) अधिकारियों में से पांच ऐसे हैं, जो मुख्य सचिव रैंक के अधिकारी हैं। इनमें केशनी आनंद अरोड़ा, एसएस प्रसाद, धनपत सिंह, टीसी गुप्ता व वर्तमान में आयोग सदस्य के रूप में कार्यरत हरदीप कुमार शामिल हैं। वहीं अनिल कुमार प्रधान सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए थे। ऐसे में अब यह देखना रोचक रहेगा कि ‘अरोड़ा सिस्टर्स’ में सबसे छोटी केशनी आनंद अरोड़ा इस ‘जंग’ में कामयाब हो पाती हैं या नहीं।
विजय वर्धन कमेटी बनाएगी पैनल
सरकार ने चीफ कमिश्नर पद के लिए मुख्य सचिव विजय वर्धन की अध्यक्षता में सर्च कमेटी का गठन किया हुआ है। कमेटी में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद तथा हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद के चेयरमैन प्रो़ बीके कुठियाला बतौर सदस्य शामिल हैं। सर्च कमेटी आवेदनों की छंटनी करके सलेक्शन कमेटी को पैनल बनाकर भेजेगी। सलेक्शन कमेटी के चेयरमैन सीएम मनोहर लाल खट्टर हैं। इसमें विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा व संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर सदस्य हैं।