दिनेश भारद्वाज/टि्रन्यू
चंडीगढ़, 18 दिसंबर
1983 पीटीआई शिक्षकों के बाद अब स्कूलों में कार्यरत 816 ड्राइंग टीचर भी नौकरी से हटेंगे। पूर्व की हुड्डा सरकार के समय में नियमित भर्ती के तहत इन शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। भर्ती में अनियमितता के आरोपों के चलते यह मामला कोर्ट में गया। सरकार के आदेशों पर स्कूल शिक्षा निदेशालय ने इस संदर्भ में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। ड्राइंग शिक्षकों को लेकर रिपोर्ट मुख्यालय तलब की है।
दरअसल, हुड्डा सरकार ने 2006 में 816 ड्राइंग शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने इसके लिए 20 जुलाई, 2006 में भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था। सिलेक्शन कमेटी ने इस भर्ती में 30 नंबर का इंटरव्यू तय किया। कुछ माह बाद ही अचानक आयोग ने इसमें बदलाव कर दिया। 2007 में भर्ती को लेकर नोटिस जारी हुआ और इसमें कहा गया कि इंटरव्यू के साथ-साथ लिखित परीक्षा भी होगी।
फिर एक सप्ताह बाद ही नये सिरे से नोटिस जारी करके पहले वाले नोटिस को वापस ले लिया। इसमें स्पष्ट किया गया कि ड्राइंग टीचर की भर्ती के लिए पेपर नहीं होगा। आयोग ने 2008 में भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया। नतीजे घोषित होने के करीब 2 साल बाद 2010 में शिक्षा विभाग ने चयनित शिक्षकों को अलग-अलग स्कूलों में ज्वाइन करवाया। उल्लेखनीय है ड्राइंग टीचर के साथ ही अलग-अलग कैटेगरी की 24 भर्तियां आयोग ने एक साथ निकाली थीं।
यहां बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के चलते ही सरकार ने हाल ही में 1983 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त किया था। पीटीआई शिक्षकों ने आंदोलन भी किया लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। हालांकि हाल ही में सरकार ने पीटीआई शिक्षकों को वालिएंटर आधार पर एडजस्ट किया है। पीटीआई शिक्षकों को 25 हजार रुपये मासिक मिलेंगे।
माना जा रहा है कि नौकरी से हटाने के साथ ही सरकार ने ड्राइंग टीचर की एडजस्टमेंट को लेकर भी मंथन शुरू कर दिया है।अनियमितता के चलते कोर्ट पहुंचा केस चयन प्रक्रिया से वंचित रहे उम्मीदवारों ने भर्ती में अनियमितता के आरोप लगाए थे। मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंचा। हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने ड्राइंग शिक्षकों की भर्ती को गलत ठहराया। सिंगल बेंच के फैसले को शिक्षकों ने डबल बेंच में चुनौती दी लेकिन उन्हें वहां भी राहत नहीं मिली। इसके बाद शिक्षक सुप्रीम कोर्ट में गए लेकिन सुप्रीम कोर्ट में भी अब वे केस हार गए। सलिए खुलेंगे छुट्टी वाले दिन कार्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को तुरंत ड्राइंग शिक्षकों की जानकारी भेजने को कहा है। शुक्रवार को ही इस बाबत आदेश जारी किए गए। शनिवार व रविवार को सरकारी अवकाश है, लेकिन इसके बावजूद सभी जिलों में शिक्षा विभाग के कार्यालय खुले रहेंगे। पंचकूला स्थित शिक्षा सदन में भी स्टॉफ मौजूद रहेगा। जिलों से जानकारी आते ही विभाग इन शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त करने की कार्यवाही शुरू करेगा।