जींद, 2 मई (हप्र)
एनएच-352 पर खटक टोल पर 3 मई को प्रस्तावित महापंचायत में शामिल होने का विधायक डॉ़ कृष्ण मिड्डा ने आग्रह स्वीकार करने के बाद किसान नेता भी सक्रिय हो गए हैं, ताकि पंचायत की गरिमा को कोई ठेस न पहुंचे।
बता दें कि शनिवार को विधायक आवास पर प्रदर्शन के दौरान विधायक के आवास के निकट की छत से दो युवकों द्वारा बंदूक दिये जाने के मामले में इस पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। उधर, इस संबंध में प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। अधिकारियों ने किसान नेताओं से मुलाकात कर टोल की बजाए अन्यत्र बैठक का आयोजन करने का आग्रह किया है। रविवार को खटक टोल पर किसानों को सम्बोधित करते हुए खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर बरसोला ने सभी से अनुरोध किया कि 3 मई को सर्वखाप सर्व समाज की महापंचायत में डॉ कृष्ण मिड्ढा विधायक के तौर पर नहीं बल्कि पंचायत द्वारा बुलाये गए मेहमान के तौर पर शामिल होंगे। इसलिए कोई भी आदमी, पंचायत की गरिमा को खराब ना करे, टोल पर शांति पूर्ण पंचायत का समर्थन करे। अगर किसी को शरारत करते हुए पुलिस द्वारा पकड़ा गया तो उसका जिम्मेदार वो इंसान खुद ही होगा।
50 वालिंटियर करेंगे तैयार
टोल प्लाजा आंदोलन कमेटी खुद अपने 50 वालिंटियर भी तैयार करेगी, ताकि गड़बड़ करने वाले अपने मंसूबों में कामयाब ना हो पाएं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि शरारत करने वाला राजनीतिक होगा और आंदोलन को खराब करने वाला माना जायेगा।
आंदोलनकारियों की स्ट्रैंथ कम करने का अाग्रह
रविवार को किसान नेताओं से बात करने उचाना के एसडीएम प्रीतपाल खटक टोल पर पहुंचे। उन्होंने खटकड़ टोल कमेटी प्रधान सतबीर बरसोला खेड़ा खाप प्रधान, भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां, कैप्टन रणधीर चहल, विजेंद्र संधू, अनीश खटकड़, वीरेंद्र सचिव भारतीय किसान यूनियन, ज्ञानी राम अखिल जिला उपप्रधान सहित भारतीय किसान यूनियन के कई अन्य नेताओं के साथ बैठक की। एसडीएम ने आग्रह किया कि टोल की बजाये विधायक कृष्ण मिड्ढा के साथ किसी अन्य स्थान पर बैठक कर लें। इसके लिए उन्होंने उचाना रेस्ट हाउस या शुगर मिल गेस्ट हाउस आदि स्थान भी सुझाए। एसडीएम ने यह भी कहा कि आप चाहें बैठक को पत्रकारों के माध्यम से लाइव भी दिखा देना। इस पर किसान नेताओं ने यह कहा कि इसके लिए आपस में बैठक कर सूचित कर दिया जाएगा। एसडीएम प्रीतपाल ने कहा कि कोरोना चली हुई है वे अधिकारिक तौर पर नहीं एक नैतिक जिम्मेवारी के तौर पर यह कह रहे है। जो हालात हैं उन के मद्देनजर उन्होंने किसान नेताओं से कहा कि खटकड़ टोल पर आन्दोलकारियों की स्ट्रैंड को कुछ कम कर लें। इस पर खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा।