चंडीगढ़, 23 नवंबर (ट्रिन्यू)
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाये जाने के बाद अब चंडीगढ़ में कांग्रेस नेतृत्व पर भी सवाल उठने लगे हैं। चावला ने चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को भी इस संबंध में चिट्ठी लिखी है। आल इंडिया कांग्रेस के सदस्य एवं पूर्व महापौर सुभाष चावला ने स्थानीय कांग्रेस पर आरोप लगाया कि शहर में कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर निगम में सत्तारूढ़ भाजपा व भाजपा सांसद विफल रही हैं पर कांग्रेस नेतृत्व चुप है। उनका कहना है कि अगर इसी तरह से चुप रहेंगे तो अागामी नगर निगम चुनाव किस तरह जीतेंगे। चावला ने कहा कि स्मार्ट घड़ियों का मामला, निगमायुक्त के निजी सचिव के साथ भाजपा नेताओं की हाथापाई, जेम पोर्टल के माध्यम से अस्थायी कर्मचारियों को ठेके पर रखना, बिजली विभाग का निजीकरण आदि मुद्दों को मजबूती से उठाने में चंडीगढ़ कांग्रेस असफल रही है जबकि यह मुद्दे जनता से जुड़े हुए हैं। चावला का कहना है कि कांग्रेस में मजबूत कार्यकर्ता हैं लेकिन पार्टी उनको जोड़कर नहीं चल रही है। बिजली के निजीकरण के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने चुप्पी साधी हुई है।