रोहतक, 11 जनवरी (निस)
सिविल व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। चिकित्सकों के प्रदर्शन के चलते ओपीडी सेवाधाएं बाधित रहीं। वहीं, मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। चिकित्सकों का कहना है कि कई बार अपनी मांगों को लेकर सरकार से वार्ता कर चुके हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों का कोई समाधान नहीं हुआ है। इसके चलते प्रदेश के चिकित्सकों में सरकार के प्रति आक्रोश है। चिकित्सकों का यहां तक आरोप है कि सरकार उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है। एचसीएमएस एसोएिशन के आह्वान पर मंगलवार को सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सकों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान चिकित्सकों ने ओपीडी में भी अपनी सेवाएं नहीं दीं, जिसके चलते दूर दराज से आए इलाज के मरीजों को काफी परेशानियां उठानी पड़ी। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जसबीर परमार ने बताया कि प्रदेश में विशेषज्ञ चिकित्सकों की भारी कमी है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने बताया कि पहले भी एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से मिल चुकी है और उन्हें आश्वासन मिला था कि जल्द ही उनकी मांगों को पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी किसी भी मांग पर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन ने सांकेतिक प्रदर्शन कर सरकार को दो दिन का एल्टीमेटम दिया है, अगर सरकार ने इस समय अवधि में एसोसिएशन की मांगों को पूरा नहीं किया तो पूरे प्रदेश में चिकित्सक अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल शुरू कर देंगे।
ये हैं एसोसिएशन की मुख्य मांगें : डॉ. जसबीर परमार ने बताया कि एसोसिएशन की मुख्य मांगों में प्रदेशभर में विशेषज्ञ डाक्टर भर्ती किए जाए, एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगे और पुरानी पीजी पॉलिसी को बहाल करना शामिल है।
14 से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चरखी दादरी (निस) : हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर जिलेभर के सरकारी डाक्टरों ने हड़ताल करते हुए धरना दिया और रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार को दो दिन का नोटिस देते हुए चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो 14 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस अवसर पर डा. आशीष मान, डा. रवि सहरावत, डा. दीपिका, डा. उपेन्द्र, डा. प्रवेश, डा. अन्नू व डा. सोनल इत्यादि उपस्थित रहे।
सरकारी अस्पताल में बंद रही ओपीडी
नारनौल (हप्र): हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर आज सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक हड़ताल पर रहे। इस दौरान चिकित्सकों ने जरनल ओपीडी भी नहीं की। जिसके कारण नागरिक अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इस दौरान पोस्टमार्टम सहित अन्य इमरजेंसी सेवाओं को सुचारु रखा गया। इस संबंध में एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. अंकित कुमार ने बताया कि नागरिक अस्पताल परिसर में सुबह 9 बजे से 3 बजे तक अपनी मांगों को लेकर चिकित्सक हड़ताल पर रहे। प्रधान ने बताया कि उनकी मुख्य रूप से सरकार से तीन मागें है। जिसमें राज्य में स्पेशलिस्ट कैडर, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए तथा पीजी पालिसी बंद की जाए। इसके अलावा चिकित्सकों पदोन्नति भी रुकी हुई हैं। वो सरकार जल्द पूरा करें। इस अवसर पर डाक्टर सरजीत सिंह, डाक्टर पंकज, डाक्टर अविनाश, डाक्टर वैभव व डाक्टर निशांत सहित अनेक चिकित्सक उपस्थित थे।
हड़ताल पर जाने वालों का कटेगा वेतन
जिलेभर के 29 चिकित्सक ओपीडी में न जाकर हड़ताल पर रहे। जिसकी रिपोर्ट तैयार करके मुख्यालय भेज दी गई है। हड़ताल पर जाने वाले चिकित्सकों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। अब मुख्यालय की ओर से इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. जयकिशोर, सिविल सर्जन
29 चिकित्सक रहे हड़ताल पर
सोनीपत (निस) : स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञ कैडर, पीजी पॉलिसी की मांग व एसएमओ की सीधी भर्ती के विरोध में मंगलवार को चिकित्सकों ने ओपीडी बंद रखी। सीएचसी खरखौदा व गन्नौर समेत जिलेभर में 29 चिकित्सक हड़ताल पर रहे। चिकित्सकों ने जिला नागरिक अस्पताल में मंगलवार को आपातकालीन वार्ड के बाहर एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ रोष जताया। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के जिला प्रवक्ता डॉ. प्यारेलाल ने बताया कि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में सीधे एसएमओ के पद पर चिकित्सकों की भर्ती करने की तैयारी में है। यह योजना शुरू होने के बाद पहले से नियुक्त मेडिकल अधिकारियों की अनदेखी होगी। चिकित्सकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक सरकार की ओर से उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने 14 जनवरी से सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है। अगर स्वास्थ्य सेवाएं बंद की गई तो उपचार कराने के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी और बढ़ेगी। इस दौरान जिला प्रधान राहुल आंतिल, डॉ. संदीप शर्मा, डॉ. विशाल सैनी, डॉ. विकास चहल, डॉ. प्रिया, डॉ. पूनम दहिया समेत अन्य चिकित्सक मौजूद रहे। चिकित्सकों के हड़ताल के बावजूद छोटे बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए चिकित्सा सुविधा चालू रही।
सरकारी डॉक्टरों ने बंद रखी ओपीडी
जींद (हप्र) : हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने ओपीडी का बहिष्कार किया और हड़ताल पर रहे। इस दौरान चिकित्सकों ने एमरजेंसी सेवाओं तथा पोस्टमार्टम कारवाई को सुचारू रखा। इससे पहले जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल के डॉक्टर मुख्य गेट पर एकत्रित हुए और सरकार तथा विभाग द्वारा उनकी मांगों को लेकर अनदेखी किए जाने पर रोष जताया। एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. देवेंद्र बिंदलिश ने कहा कि ओपीडी न किए जाने को लेकर सीएमओ को ज्ञापन सौंप दिया गया था। इसके अलावा अस्पताल परिसर में सभी जगहों पर ओपीडी की जानकारी भी चस्पा कर दी गई थी और आमजन से सहयोग की अपील की गई थी। एसोसिएशन के उप-प्रधान डाॅ. रघुवीर पूनिया, सचिव डाॅ. अरूण, सहसचिव डाॅ. राजेश भोला, डाॅ. बृजेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों से लिखित में सहमति नहीं मिली है। जिसके चलते मजबूरन उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। एसोसिएशन के आह्वान पर जिलाभर में 88 सरकारी चिकित्सक तैनात हैं, जिन्होंने बिल्कुल ओपीडी नहीं की है।
डॉक्टरों को सरकार के फैसले का इंतजार
भिवानी(हप्र) : भिवानी में भी डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी, जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि स्वस्थ्य विभाग ने हड़ताल पर रहने वाले सभी डॉक्टरों को एब्सेंट घोषित किया। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से भी मुलाकात की थी लेकिन आज तक कोई हल नही निकला। अब वे 14 जनवरी को सरकार से बातचीत के इंतजार में है अगर उनकी बातचीत सिरे नही चढ़ी तो आंदोलन तेज होगा। डॉक्टरों की एसोसिएशन के प्रधान मनीष श्योराण व डॉक्टर सुनील का कहना था कि उनकी मांगे लंबित है और सरकार के फैसले का इंतजार है। वही सीएमओ डॉ रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं लेकिन उन्होंने काम चला रखा है। मरीजों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी।