पंचकूला, 23 नवंबर (ट्रिन्यू)
कोई भी बच्चा ऐसा नहीं होता जो स्कूल जाना या शिक्षा ग्रहण करना नहीं चाहता। संसाधनों के अभाव में कुछ ख्वाहिशें और कुछ सुनहरे सपने मन में दबे रह जाते हैं। बच्चों की ख्वाहिशों और सपनों को पूरा करने के लिए हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद उनके जीवन में नयी परियोजना के माध्यम से उजाले की एक किरण लेकर आई है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद राज्यभर के गरीब व असहाय बच्चों के उज्ज्वल भविष्य निर्माण एवं नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था करने के लिये तत्पर है। यह बात आज यहां सेक्टर 15 स्थित शिशु गृह में जिला के प्राचार्यों के साथ मीटिंग के दौरान नयी परियोजना ‘शिक्षा की बयार, ज्ञान का संचार, राज्य बाल कल्याण परिषद आपके द्वार’ की घोषणा करते हुए मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने कही।
प्रवीण अत्री ने बताया कि चिन्हित/चयनित बच्चों की शिक्षा निरव्यवधान 12वीं या अधिकतम आयु 18 वर्ष पूरी होने तक स्कूल और राज्य बाल कल्याण परिषद तथा सभी संबंधित जिला बाल कल्याण परिषद शाखाओं के माध्यम से जारी रखने का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाना है परिषद का उद्देश्य है।बैठक के दौरान मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि राज्य बाल कल्याण परिषद जिला शाखाओं के माध्यम से गरीब तबके के बच्चों के उत्थान के लिए कार्य योजनाएं तैयार कर रही है। राज्य भर के स्कूल तत्परता से सहयोग का हाथ परिषद के साथ बढ़ाने के लिए तत्पर हैं। अब समय आ गया है कि स्वयं बच्चों के बेहतर कल्याण के लिये उन तक पहुंच कायम करके विभिन्न परियोजनाओं का लाभ प्रदान करें।