रेवाड़ी, 21 फरवरी (निस)
खेती कानूनों के खिलाफ पिछले दो माह से दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित रेवाड़ी सीमा के साथ लगते जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर धरना देकर बैठे किसानों ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शव यात्रा निकाली। इस मौके पर किसानों ने केंद्र सरकार विरोधी नारेबाजी की। पूर्व विधायक अमराराम ने कहा कि सरकार इस गलतफहमी न रहे कि आंदोलन लंबा चलने के कारण धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा।
किसानों ने काले कानूनों को वापिस कराने की ठान ली है। प्रधानमंत्री उनके धैर्य की परीक्षा न ले। उन्होंने प्रधानमंत्री के पद पर बिठाने वाले भी किसान ही हैं। केंद्र सरकार द्वारा बातचीत के रास्ते बंद कर दिए जाने के बाद रोषित किसानों ने 3 किलोमीटर तक उनकी शव यात्रा निकाली है।
रविवार को धरने का समर्थन करने भरतपुर राजस्थान से किसानों का जत्था 20 दिनों का राशन लेकर पहुंचा। धरने पर बैठे किसान नेता पूर्व विधायक पवन दुग्गल, हरफूल सिंह, तारासिंह सिद्धू, महेंद्र ककरावत, बनवारी लाल, बलबीर छिल्लर, होशियार सिंह, गजेसिंह, सुभाष नंबरदार, सुमेर जेलदार ने कहा कि सरकार को वार्ता शुरू करके किसानों की मांगों को पूरा करना चाहिए ताकि किसान अपने घरों को लौट सकें।