सोनीपत, 9 जनवरी (हप्र)
कृषि कानूनों को निरस्त करा एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर 45 दिनों से कुंडली बार्डर पर आंदोलनरत किसान अपनी परेशानी का हल खुद ही तैयार करने में जुट गए हैं। बार्डर पर किसानों ने शनिवार से 8 बिस्तर का अस्पताल भी शुरू कर दिया है। यहां डाक्टर से लेकर दवा और जरूरी मशीनें उपलब्ध करा दी गई हैं। इधर, धरनास्थल पर लगातार फैल रही गंदगी का हल मशीन से ही निकाला जा रहा है। किसानों ने पंजाब से डंपिंग मशीन मंगा ली है। यह मशीन कूड़े को साफ करके एकत्रित करती है और बाद में इसे कहीं डंप कर दिया जाता है। वहीं, लंगर की सेवा में बच्चे व बेटियां आगे आकर काम कर रही हैं। डाक्टरों में में कई तो आंदोलनरत किसानों के परिजन ही हैं। पंजाब के कई डाक्टरों ने यहां अलग से अपनी निशुल्क ओपीडी लगाई हैं। इनमें बुजुर्गों की देखभाल का प्रयास किया जा रहा है। करीब 15 डाक्टरों का दल पंजाब से पहुंचा है, जबकि हरियाणा से भी कई डाक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अस्पताल में स्वास्थ्य जांच करने के लिए ज्यादातर मशीनें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।