पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 14 मार्च
तीन कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की ओर से दिल्ली के बॉर्डर पर बनाए जा रहे पक्के निर्माण पर संयुक्त मोर्चा ने कड़ा नोटिस लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से कहा है कि वह इस तरह का कोई काम न करें, जिससे आंदोलन कमजोर हो। उन्होंने कहा कि पक्के निर्माण न करें और किसान किसी भी विवादित मामले से बचे। इधर, कुंडली में रविवार को दाना-दाना इंकलाब नाटक का मंचन कर किसानों के हौसले को आवाज दी गई। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से कुंडली व टिकरी बॉर्डर पर हो रहे पक्के निर्माण को लेकर विवाद चल रहा है। सोनीपत में तो इस बारे में एनएचएआई व नपा कुंडली के अधिकारियों ने अलग-अलग से केस तक दर्ज करा दिए हैं। इसके बावजूद पक्के निर्माण को लेकर कई तरह के बयान आ रहे थे। इस बीच रविवार को किसान संयुक्त मोर्चा ने साफ कर दिया है कि पक्के निर्माण करने के लिए मोर्चा का कोई निर्णय नहीं है। उन्होंने किसानों से भी आग्रह किया हे कि वह ऐसा ना करें। इसके लिए पंजाब के 32 किसान संगठनों की बैठक की गई थी। इस बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। कुंडली बॉर्डर पर थिएटर ग्रुप द पार्टिकल कलेक्टिव ने एक नाटक “दाना दाना इंकलाब प्रस्तुत किया। इस नाटक में किसान आंदोलन के गीतों को भी सम्मिलित किया गया है।
अब सरकारी जमीन बेचना चाहती है सरकार : टिकैत
इधर, भाकियू प्रवक्ता एवं संयुक्त मोर्चा के सदस्य राकेश टिकैत ने कहा कि सरकारी संपत्ति बेचने के बाद अब केंद्र सरकार किसान की जमीन को निजी पूंजीपतियों को बेचना चाह रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे, हवाई अड्डे, स्टील इस्पात उद्योग, बैंक, एलआईसी और दूसरे बड़े संस्थान सरकार ने पहले ही बेच दिए हैं। अब सरकार की नजर अपने दोस्तों को लाभ पहुंचाने के लिए किसान की जमीन पर पड़ी है। यही वजह है कि मंडी व्यवस्था को चौपट करने और फसल का दाम नहीं देने के लिए यह कानून बनाए गए हैं। टिकैत व संयुक्त मोर्चा के सदस्य प्रयागराज व रीवा में महापंचायत को संबोधित कर रहे थे।