जगाधरी, 23 मई (निस)
भूमि के गिरते जल स्तर की समस्या से निपटने के लिए सरकार किसानों को धान की सीधी बिजाई के प्रति प्रोत्साहित कर रही है। पंचायती जमीन पर धान की रोपाई न करने की बात भी किसानों को कही जा रही है। किसान सरकार की डीएसआर यानी सीधी बिजाई के प्रति आकर्षित होने लगे हैं।
इन दिनों किसान धान की सीधी बिजाई कर रहे हैं। कृषि उप निदेशक डॉ. जसवींद्र सैनी ने बताया कि किसानों को जागरूक करने का अभियान चल रहा है। इसका किसानों पर असर भी दिख रहा है। उनका कहना है कि डीएसआर विधि से धान की फसल तैयार करने पर खर्च कम आता है। इससे जहां जलस्तर गिरने की समस्या नहीं होती, वहीं लेबर आदि का खर्च भी बचता है। उनका कहना है कि अब तक जिले में डीएसआर विधि के तहत 450 एकड़ रकबे में धान की बिजाई हो चुकी है। जून तक यह कार्य चलेगा। डॉ. सैनी का कहना है कि कृषि विभाग का जिले में इस बार 4 हजार एकड़ रकबे में धान की सीधी बिजाई कराने का है। जिले के सभी खंडों में यह बिजाई होगी। उन्होंने किसानों से डीएसआर विधि अपनाने की अपील की है।