पंचकूला (ट्रिन्यू) : राजकीय प्राथमिक शिक्षकों ने आज उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला प्रधान गोपी चंद ने किया। शिक्षक संघ ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन में शामिल अध्यापकों ने शिक्षा विभाग द्वारा जारी रेशनेलाइजेशन पत्र को पूरी तरह से गलत बताया। पत्र में छात्र शिक्षक अनुपात 40:1 किया गया है, जबकि अध्यापकों की मांग है कि यह अनुपात 25 : 1 किया जाए। पूर्व कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुंडू ने कहा कि अगर नयी रेशनेलाइजेशन नीति लागू की जाती है तो हजारों शिक्षकों के पद सरप्लस हो जाएंगे और बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित होगी। ब्लॉक मोरनी प्रधान राजेश भंवरा ने कहा कि सरकार गरीब वर्ग के बच्चों, जो सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं, के साथ अन्याय करने पर तुली हुई है। अध्यापकों के लिए नित नए प्रयोग कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
जिला प्रधान गोपी चंद ने कहा कि सरकार रेशनेलाइजेशन के इस नए पत्र को तुरंत वापस ले। इसके साथ ही शिक्षा विभाग प्राथमिक शिक्षकों के सामान्य तबादलों का अभियान शुरू करे ताकि अध्यापकों को इच्छानुसार स्टेशन मिल सकें। अगर सरकार ये मांगें नही मानती व रेशनेलाइजेशन का नया पत्र वापस नहीं लेती तो राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा शिक्षा सदन का घेराव करेगा।
अतिथि अध्यापक संघ के राज्य उप प्रधान प्रदीप गुज्जर ने कहा कि शिक्षा विभाग अध्यापकों के सरप्लस दिखाकर हजारों पदों को समाप्त करना चाहती है। इस अवसर राज्य ऑडिडर पंकज वालिया, जिला महासचिव रूपेश कौशिक, संरक्षक ब्रिज किशोर गौतम, पिंजौर ब्लॉक प्रधान जयपाल दाहिया, रायपुररानी खंड महासचिव प्रवीण शर्मा ने भी विचार रखे।
आंगनवाड़ी वर्कर्स, हेल्पर्स का धरना शुरू
पंचकूला (ट्रिन्यू) : आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स यूनियन की ओर से 18 सूत्री मांगों को लेकर आज से यहां हैफेड चौक पर धरना शुरू किया गया है। धरने में जिला के विभिन्न विकास खंडों से बड़ी संख्या में आई वर्कर्स व हेल्पर्स ने भाग लिया। प्रधान उषा रानी व सचिव सुमित्रा ने बताया कि कैथल में मंत्री आवास के नजदीक 22 जुलाई से धरना चल रहा है। इस जिला की वर्कर्स भी उस धरने का समर्थन करती हैं। उन्होंने बताया कि सरकार को 18 सूत्री मांग-पत्र भेजा जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। सरकार ने अभी तक 2018 का समझौता भी लागू नहीं किया है। वर्कर्स पर रोजाना काम का बोझ बढ़ाया जा रहा है। जब तक मांगें पूरी नहीं की जातीं, धरना जारी रहेगा। आज के धरने में सरोज, रीटा मोरनी, सीमा, ममता, सुशील ने भाग लिया।