चंडीगढ़, 5 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
पिछले दो दिनों से सीतापुर में उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में रह रहे सांसद दीपेंद्र हुड्डा का मंगलवार को एक फोटो वायरल हुआ है। पुलिस ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और दीपेंद्र हुड्डा को सीतापुर के एक गेस्ट हाउस में बंद किया हुआ है। इस दौरान दीपेंद्र के नाम से मंगलवार को चंडीगढ़ से मीडिया के नाम एक बयान भी जारी किया गया। इसमें यूपी पुलिस और भाजपा सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए हैं।
दीपेंद्र ने कहा, सरकार इस बात का जवाब दे कि देश में मृतक किसानों के परिजनों के आंसू पोंछना कौन सा अपराध है। उन्होंने कहा कि किसानों को निमर्मता से कुचलने वाले ‘आजाद’ घूम रहे हैं और हमें पुलिस ‘गिरफ्त’ में रखा हुआ है। दुख की इस घड़ी में विपक्ष किसानों के साथ खड़ा होना चाहता है, लेकिन पूरी तरह अराजकता का माहौल है। सांसद ने सवाल उठाते हुए कहा, देश की संसद ऐसे दिल-दहला देने वाले वाक्या पर मूक नहीं रह सकती। उन्होंने कहा, देश की जनता के लिए सोचने का समय आ गया है कि वह कुचलने वालों का साथ देगी या कुचले जाने वालों के लिए लड़ेगी। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ लखीमपुर खीरी में जो हृदयविदारक घटना हुई है, क्या देश उसे सहन करेगा। दीपेंद्र ने कहा कि किसान परिवारों में ‘मातम’ छाया हुआ है और लखनऊ में ‘उत्सव’ मनाया जा रहा है। इस देश में यदि कुछ नैतिक मूल्य बचे हैं तो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को तुरंत अपना इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर ये दोनों नेता इस्तीफा नहीं देते तो उन्हें तुरंत पद से बर्खास्त करना चाहिए। प्रजातंत्र के साथ ये कैसा क्रूर मजाक है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों को सबक सिखाने की बात करते हैं और हरियाणा के मुख्यमंत्री किसानों के खिलाफ डंडे उठाने की बात करते हैं।