नयी दिल्ली, 29 अक्तूबर (एजेंसी)भारतीय नौसेना के लिए पी1135.6 श्रेणी के सातवें फ्रिगेट को रूस में भारत के राजदूत डी बाला वेंकटेश वर्मा की मौजूदगी में बृहस्पतिवार को कालिनिनग्राद में यंतर गोदी में जलावतरण किया गया। रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इस समारोह के दौरान जहाज को औपचारिक रूप से ‘‘तुशिल” नाम दिया गया जिसका संस्कृत में मतलब होता है सुरक्षा कचव। भारत और रूस सरकार ने अक्तूबर 2016 ने पी1135.6 श्रेणी के 4 अतिरिक्त जहाज बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसमें दो युद्धपोत का निर्माण रूस में और दो का भारत में किया जाना था। मंत्रालय ने बताया कि ये जहाज ‘लो रडार’ से बचने और समुद्र के होने वाली शोर से पकड़ में आने से बचने के लिए ‘स्टील्थ प्रौद्योगिकी” से लैस है। उसने कहा, ‘‘ये जहाज भारत से आपूर्ति किए गए प्रमुख उपकरणों जैसे कि सतह से सतह तक मार करने वाली मिसाइलों, सोनार प्राणाली, सतह पर निगरानी वाले रडार, संचार प्रणाली और पनडुब्बी रोधी युद्ध प्रणाली के साथ ही रूस की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और गन माउंट्स से लैस हैं।’ उसने बताया कि रूस सरकार और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी बृहस्पतिवार को इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।