गुरुग्राम, 23 अगस्त (हप्र)
प्रशासन ने इलेक्ट्रिक रिक्शा जोन मामले में यू-टर्न ले लिया है। अब इस जोन में सीएनजी व डीजल से चलने वाले ऑटो निर्बाध रूप से दौडेंगे। ट्रैफिक पुलिसकर्मी अब इन थ्री-व्हीलर्स को अपने निर्धारित रूटों पर चलने से नहीं रोकेंगे। प्रशासन ने यह फैसला थ्री-व्हीलर चालकों के कड़े विरोध के बाद लिया है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार को भाजपा नेता एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज के नेतृत्व में विभिन्न रूटों पर चलने वाले थ्री-व्हीलर चालकों की यूनियनों के नेताओं ने डीसी डाॅक्टर यश गर्ग से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को इलेक्ट्रिक रिक्शा जोन के मामले की जांच करने के लिए कमेटी बनाने का उनका वादा याद दिलाया। कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि शहर में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर थ्री-व्हीलर चालक खुद ही संजीदा हैं और सरकार की उस नीति का अनुसरण करने का विरोध नहीं कर रहे जिसमें डीजल व सीएनजी ऑटो की मान्यता 10 साल निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि यह हजारों लोगों के रोजगार और उनके परिवारों के जीवन यापन से संबंधित विषय है। इसलिए इसे गंभीरता से लेकर 10 साल से कम समय सीमा वाले थ्री-व्हीलर को निर्बाध चलने दिया जाए। डीसी ने नगर निगम कमिश्नर मुकेश कुमार आहूजा से बात कर इसका निपटारा करने की बात कही। बाद में प्रतिनिधि मंडल ने निगम कमिश्नर के समक्ष अपनी बात रखी। कमिश्नर ने कहा कि निगम की ओर से इन रूटों पर सीएनजी व डीजल ऑटो बंद करवाने संबंधी कोई निर्देश जारी नहीं किया गया। ट्रैफिक पुलिस यदि 10 साल से कम पुराने डीजल या सीएनजी ऑटो को रोक रही है तो यह गलत है। उन्होंने इस संबंध में डीसीपी ट्रैफिक के बारे में भी बातचीत कर इस विषय पर व्याप्त शंकाओं का समाधान करने के लिए कहा।
ये थे मौजूद
इस मौके पर सुखराली रूट यूनियन के अध्यक्ष सतबीर सिंह, एमजी रोड यूनियन के प्रधान धर्म सिंह, मानेसर रूट के प्रधान अशोक मानेसर, दिल्ली रोड यूनियन के अध्यक्ष टेकचंद उर्फ राजू व नाथूपुर रोड यूनियन के अध्यक्ष सुनील कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने दिखाई थी 600 ई-रिक्शा को झंडी
पिछले दिनों नगर निगम के जोन तीन के कई रूटों पर डीजल व सीएनजी ऑटो बंद कर सिर्फ इलेक्ट्रिक रिक्शा चलाने की योजना बनाई गई थी। 16 अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस रूट पर 600 ई-रिक्शा को झंडी दिखाकर रवाना किया।