कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 22 मई
मसूदपुर, डाटा, उमरां, महजद, माजरा व लितानी गांव के बाद शनिवार को सरसौद, बिछपड़ी और जेवरा गांव के ग्रामीणों ने बिछपड़ी गांव के चबूतरे पर बैठक कर सरकार के साथ असहयोग आंदोलन चलाने का फैसला लिया और गांव से लॉकडाउन हटा दिया। ग्रामीणों ने कहा कि अब वे ना तो सरकार से सहयोग लेंगे और न ही सहयोग करेंगे तथा गांव में सभी दुकानें खुली रहेगी और शादियों व शोक सभाओं में कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। साथ ही अंबानी व अडानी के उत्पादों का भी बहिष्कार किया जाएगा।
सरसौद गांव के सरपंच किताब सिंह व संयुक्त किसान मोर्चा के बरवाला ब्लाक के प्रधान नरेश कुमार ने बताया कि शनिवार को गांव के सबसे बुजुर्ग चंद्र पंडित की अध्यक्षता में बिछपड़ी गांव के चबूतरे पर तीनों गांव के प्रमुख लोगों की बैठक हुई। बैठक का संचालन राधाकृष्ण जेवरा ने किया। बैठक में फैसला लिया कि सभी ग्रामीण बीमारी से अपना बचाव रखेंगे और डाक्टरों द्वारा बताई गई हिदायतों का पालन करेंगे लेकिन सरकार के निर्देशों का पालन नहीं किया जाएगा। इसके अलावा 24 मई के हिसार में प्रस्तावित किसानों के प्रदर्शन में हर गांव से 10 से 15 ट्रैक्टर-ट्राली ले जाने का भी फैसला लिया।
यहां बता दें कि हिसार में सबसे पहले मसूदपुर के ग्रामीणों ने मंगलवार को बैठक कर लॉकडाउन हटाने का फैसला लिया था जिसके बाद बुधवार को हांसी जिला पुलिस ने मसूदपुर सहित कई गांवों में फ्लैग मार्च किया। इसके बाद बृहस्पतिवार को डाटा, उमरां, महजद व माजरा गांव के ग्रामीणों ने और अब शुक्रवार को लितानी गांव के ग्रामीणों ने भी लॉकडाउन हटाने का फैसला लिया था।