गोहाना, 19 फरवरी (निस)
मलिक गोत्र की गठवाला खाप ने शुक्रवार को अपने संस्थापक दादा घासी राम की 158वीं जयंती पर घूंघट प्रथा को सदा-सदा के लिए अलविदा कह दिया। बुजुर्गों का मान-सम्मान करने के लिए खाप की महिलाओं के लिए सिर पर पल्लू रखना ही अब काफी होगा।
दादा घासीराम के जयंती समारोह की अध्यक्षता खाप के दादा बलजीत सिंह मलिक ने की। समारोह में दहेज मुक्त शादियों के साथ दिन के समय शादियां करने पर जोर दिया गया। भाईचारा बढ़ाने और जरूरतमंदों की मदद के लिए हेल्पलाइन शुरू करने का निर्णय किया गया।
इस मौके पर विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर कुलबीर सिंह मलिक, रोहतक आकाशवाणी केंद्र के पूर्व निदेशक धर्मपाल सिंह मलिक के साथ सतबीर सिंह मलिक, जसबीर सिंह मलिक आदि मौजूद थे।
चला रहे भंडारा
सर्वखाप पंचायत और पूर्व सैनिक संघ के प्रवक्ता जगबीर सिंह मलिक ने कहा कि जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है। दिल्ली रोड पर स्थित गांव कहलावड़ में दिन-रात भंडारा चला कर आंदोलनकारी किसानों की भोजन से सेवा की जा रही है। यह भंडारा मलिक गोत्र के गांव चला रहे हैं।