इन्द्री, 22 अगस्त (निस)
रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को मुफ्त बस यात्रा का उपहार देने के सरकारी आदेशों की अधिकतर निजी बसों ने जमकर धज्जियां उड़ाई।
शनिवार को जहां निजी बस के संचालकों ने महिलाओं से जबरन टिकट वसूली करवाई। महिलाओं के रोष व अधिकारियों को शिकायत करने के बाद रविवार को बहुत सी निजी बसें सड़क पर ही नहीं उतरी।
कई पेट्रोल पंपों पर निजी बसें खड़ी देखी गई। यात्रियों ने बस अड्डा प्रभारी को इसकी शिकायत की। सरकारी बसों ने जहां बहनों को खूब मुफ्त यात्रा का लाभ दिया, वहीं निजी बसों के संचालकों ने सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए साफ कर दिया कि सरकार के आदेश वे नहीं मानेंगे। निजी बसों में जमकर महिलाओं से उगाही करके टिकटें बेची। रक्षाबंधन के दिन रविवार को अधिकतर निजी बसों ने सड़क पर उतरने से ही मना कर दिया। क्षेत्र में कुछ पेट्रोल पंपों पर निजी बसें खड़ी रखी गई।
क्या कहते हैं बस अड्डा प्रभारी
इन्द्री बस अड्डा प्रभारी सुखविन्द्र सिंह ने कहा कि कई निजी बसों के सड़क पर नहीं उतरने और किसी स्थान पर खड़ी कर दिए जाने की शिकायतें मिली हैं। दो-तीन स्थानों पर खड़ी की गई निजी बसों की वीडियो उच्चाधिकारियों को आगामी कार्रवाई के लिए भेज दी हैं।
प्राइवेट बस संचालकों ने महिलाओं से लिये टिकट के पैसे
सिरसा (निस) : हरियाणा सरकार ने रक्षाबंधन को देखते हुए 21-22 अगस्त को महिलाओं के लिए रोडवेज और प्राइवेट बसों में नि:शुल्क सेवा आरंभ करने का आदेश दिया था, लेकिन सिरसा में कुछ निजी बसों द्वारा महिलाओं से टिकट के पैसे ले लिए। हालांकि कुछ महिला यात्रियों द्वारा रोडवेज विभाग को शिकायत की गई, जिसके बाद रोडवेज प्रशासन ने निजी बसों में चैकिंग अभियान चलाकर महिलाओं के टिकट के पैसे वापस करवाए। रोडवेज विभाग ने प्राइवेट बस संचालकों को जमकर लताड़ लगाई। रोडवेज प्रशासन ने कंडक्टर से टिकट अपने कब्जे में ले ली। रोडवेज प्रशासन सोमवार को आरटीओ को टिकट सौंपेंगे। रोडवेज विभाग के संस्थान प्रबंधक रतन लाल ने बताया कि विभाग ने 12 बसों में चैकिंग अभियान चलाया था, जिसमें 6 निजी बसों में महिलाओं से टिकट के पैसे लिए गए थे, जिसके बाद परिचालक से महिलाओं को टिकट के पैसे वापस दिलवाएं गए। उन्होंने कहा कि निजी बसों से टिकट कब्जे में ले ली गई है, इसे कल सोमवार को आरटीओ को सौंपेंगे।
रोडवेज की बसों में लगी भारी भीड़
पानीपत (निस) : रक्षाबंधन पर्व पर प्रदेश सरकार ने रोडवेज की बसों में महिलाओं व 15 वर्ष के बच्चों के लिये 36 घंटे के लिये किराया फ्री किया गया था, लेकिन महिलाओं को बसों में बैठने को लेकर ही भारी मशक्कत करनी पड़ी। पानीपत में बस अड्डे के अंदर व बस अड्डे के बाहर जीटी रोड पर पुल के नीचे बहनों की इतनी ज्यादा भीड़ थी कि बहनों को बसों में बैठने के लिये ही भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बता दें कि दिल्ली की तरफ जाने वाली बसें तो पानीपत शहर में बस अड्डे के अंदर आती हैं और अंबाला की तरफ जाने वाली बसें बस अड्डे के सामने ही जीटी रोड पर पुल के नीचे रुकती हैं। रक्षा बंधन पर बस अड्डे के अंदर व बाहर पुल के नीचे बहनों व उनके बच्चों की दिनभर भारी भीड़ लगी रही। वहीं, पुल के नीचे आने वाली बसें पहले से ही यात्रियों से भरी होती थी और बहनों को बसों में चढ़ने के लिये ही भारी मशक्कत करनी पड़ी। पानीपत में बस अड्डे के बाहर जीटी रोड पर करनाल लेन पर लाल बत्ती तक और दिल्ली लेन पर स्काई लार्क तक दिनभर जाम के हालात रहे। हालांकि सरकार ने बहनों व उनके बच्चों के लिये रोडवेज की बसों में यात्रा फ्री की, लेकिन भारी भीड़ की वजह से बहनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अनेक महिलाएं तो बसों में जगह नहीं मिलने पर वहां पर कुछ दूरी पर खड़ी प्राइवेट वाहनों में सवार होकर अपने गंतव्य की तरफ रवाना हुई।