लखनऊ (एजेंसी) :
लखीमपुर खीरी कांड को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया या हिरासत में ले लिया गया। हालांकि शाम होते-होते समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत से छोड़ दिया। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत 5 नेताओं को सोमवार तड़के लखीमपुर खीरी जाते वक्त सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। प्रियंका ने पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात के बगैर वापस नहीं जाने का ऐलान किया। कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने शाम को दावा किया, ‘अभी तक प्रियंका गांधी हिरासत में हैं। सीतापुर में कार्यकर्ताओं का बड़ा जमावड़ा हो रहा है।’ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीतापुर में पीएसी छावनी के सामने कैंडल मार्च भी निकाला। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को भी रास्ते में रोक दिया गया। बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को भी लखीमपुर जाने से रोका गया। अखिलेश यादव ने सड़क पर धरना प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाया, ‘किसानों पर इतना अन्याय, इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया था, जितना भाजपा नीत सरकार कर रही है।’ राज्य सरकार ने कहा, ‘विपक्षी दलों का 2022 के विधानसभा चुनाव का सफर लाशों पर नहीं हो सकता। किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’ छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी लखीमपुर खीरी नहीं जा पाये। यूपी सरकार ने उनके विमान को हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति न देने को कहा। पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को हरियाणा- उत्तर प्रदेश सीमा के पास रोकने के बाद हिरासत में ले लिया गया।