ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 2 फरवरी
चीका थाना प्रभारी को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में हिरासत में लिया। विजिलेंस ने थाने में रेड कर थाना प्रभारी जयवीर के हाथ धुलवाए तो वो लाल हो गए, लेकिन साढ़े 5 घंटे बंद कमरे में पूछताछ और तलाशी के बावजूद विजिलेंस टीम को रिश्वत में लिए 5 हजार रुपए बरामद नहीं हुए।
चीका थाना प्रभारी के खिलाफ विजिलेंस रेड का मामला देखते ही देखते तूल पकड़ गया। मौके पर अम्बाला से विजिलेंस के डीआईजी अशोकर कुमार और कैथल के एसपी लोकेंद्र सिंह भी पहुंच गए। विजिलेंस टीम की लंबी होती जांच के चलते चीका के लोगों का सब्र जवाब देने लगा। उन्होंने थाना परिसर में विजिलेंस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीण हरदीप बदसुई, ओमप्रकाश, जगजीत सिंह, कृष्ण शर्मा, विजेंद्र कौशिक, नेत्रपाल शर्मा, कुलदीप, निशान सिंह ने कहा कि थाना प्रभारी जयवीर एक ईमानदार अधिकारी है और विजिलेंस टीम उन्हें एक झूठी शिकायत पर फंसाना चाहती है जिसका वे कड़ा विरोध कर रहे है।
रिश्वत के पैसे न मिलने के बावजूद एसएचओ जयवीर को साथ ले जाने की सूचना जैसे ही डीआईजी विजिलेंस ने पत्रकारों को दी तो लोग विरोध में उतर आए। उन्होंने विजिलेंस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों के विरोध के दौरान डीआईजी की गाड़ी भीड़ में फंस गई और उन्हें अपनी गाड़ी तक पहुंचने के लिए पटियाला रोड तक दौड़ लगानी पड़ी।
रिमांड पर लेकर करेंगे पूछताछ : डीआईजी
करीब साढ़े पांच घंटे तक चली पूछताछ के बाद विजिलेंस के डीआईजी अशोक कुमार ने बताया कि रिश्वत के पैसों की बरामदगी नहीं हो पाई है। टीम ने शिकायत के आधार पर रेड की थी और शिकायतकर्ता व एसएचओ के बीच रिश्वत के लेनदेन को लेकर हुई बातचीत की रिकार्डिंग के आधार पर वे एसएचओ जयवीर को अपने साथ लेकर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अदालत से रिमांड लेकर एसएचओ से पूछताछ की जाएगी।
यह है मामला
चीका के वार्ड नंबर पांच के के पवन कुमार ने पिछले दिनों चीका थाना में एक शिकायत दी थी कि उसने पूर्व पार्षद चांद राम से 45 हजार रुपए लेने हैं, लेकिन वह देने में आनाकानी कर रहा है। आरोप है कि इसी शिकायत को रफादफा करने की एवज में थाना प्रभारी चीका जयवीर ने चांद राम से पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसकी चांद राम ने विजिलेंस से शिकायत की थी। थान के पुलिस कर्मचारियों ने बताया कि बुधवार को दोपहर 1.35 बजे चांद राम चीका थाना में आया और थाना परिसर में ही अन्य कर्मचारियों के साथ बैठे एसएचओ जयवीर के साथ हाथ मिलाया और दोनों बातचीत करते हुए थाना के मुख्य गेट तक पहुंच गए। उसी समय विजिलेंस के अधिकारियों ने एसएचओ जयवीर को काबू कर लिया और उन्हें एसएचओ के दफ्तर के अंदर ले गए और पूछताछ शुरू कर दी थी। चीका के इलावा कैथल, कलायत के विभिन्न संगठनों के लोग भी चीका थाना प्रभारी के समर्थन में उतरे और विजिलेंस के खिलाफ नारेबाजी की।