कुरुक्षेत्र (एस) :
ज्योतिष शास्त्र में शनैश्चरी अमावस्या का विशेष महत्व माना जाता है। श्री गोविन्दानंद आश्रम के सहसंरक्षक वैद्य पंडित प्रमोद कौशिक ने बताया कि अमावस्या तिथि के दिन शनिवार योग होने से इस योग को शनैश्चरी अमावस्या कहा जाता हैं। यह दिन मंत्र-तंत्र साधना के लिए अति उत्तम दिन माना जाता है। अमावस्या काल में गंगाजी व कुरुक्षेत्र के 48 कोस के किसी भी तीर्थ में स्नान करने से हजारों गायों के दान का फल मिल जाता है। इस दिन अपने पूर्वजों के निमित्त पीपल का पेड़ लगाने से, श्राद्ध तर्पण, दान, पूजा-पाठ करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।