जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 20 नवंबर
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट के चुनाव को लेकर आज पीयू के पूर्व छात्र नेताओं और स्टूडेंट्स कौंसिल व विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़े नेताओं ने स्टूडेंट्स सेंटर से लेकर कुलपति कार्यालय तक कैंडल मार्च निकाला। कांग्रेस विधायक एवं पूर्व छात्र कुलजीत नागरा के अगुवाई में दलबीर गोल्डी, बरिंदर सिंह ढिल्लों, गढ़शंकर से विधायक जय सिंह, अकाली नेता व पूर्व छात्र नेता राजिंदर दीपा, पूर्व सीनेटरों के अलावा पूटा के पूर्व प्रधानों व मौजूदा पूटा नेतृत्व के साथ छात्रों ने कैंडल मार्च में हिस्सा लिया और कुलपति प्रो. राजकुमार से सीनेट चुनाव जल्द कराने की मांग की। करीब 5 बजे कुलपति दफ्तर से बाहर आकर प्रदर्शनकारियों से मिले। कुलजीत नागरा ने कुलपति से पूछा कि सीनेट चुनाव के लिये फैसला कब लिया जायेगा। कुलपति की ओर से हीला-हवाली करने पर अंतत: रोष मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों को बुधवार तक का टाइम दिया है। पूटा सचिव अमरजीत नौरा का कहना है कि इससे पहले कुलपति कभी पैसा न होने की बात कहते हैं, कभी कोरोना के कारण और कर्मचारियों का ड्यूटी ने देने के बहाने बनाकर चुनाव का मामला टालते आ रहे हैं। हर बार वे कह देते हैं कि देखते हैं, करते हैं, ऊपर वाले भी हैं मगर अभी तक इस दिशा में हुआ कुछ भी नहीं।
सिंडीकेट बुलाना अवैध : देवेंद्र
प्रो. देवेंद्र सिंह ने कहा कि पुनर्गठन के बाद राष्ट्रीय नीति आती है तो बदलाव भी होते ही हैं। धारा-72 के तहत गृह मंत्रलाय जब चाहे इसे बदल सकता है। उन्होंने कहा कि बिना सीनेट के सिंडिकेट बुलाना अवैध है,क्योंकि सुप्रीम बॉडी ही नहीं तो फैसले किससे अप्रूव कराने हैं? पूटा द्वारा प्रदर्शन में शामिल होने और सीनेट चुनाव के लिये होने वाले हर आंदोलन में शामिल होने के ऐलान पर प्रो. प्रियतोश ने भी इसी तरह कहा कि पूटा सीनेट के किसी प्रदर्शन में तब तक शामिल नहीं हो सकती जब तक वे आमसभा से इसकी इजाजत न ले ले।