सिरसा, 5 जुलाई (निस)
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में बरनाला रोड स्थित शहीद भगत सिंह स्टेडियम में पक्का मोर्चा धरना स्थल पर मोर्चे को 9 माह का समय बीतने पर किसान महासम्मेलन 6 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन सिंह, जगजीत सिंह दलेवाल, रूलदू सिंह मानसा, जोगेंद्र सिंह उगराहा, मनजीत राय, मनजीत सिंह धनेर, विकास सिसर, रवि आजाद, जोगेंद्र नैन, योगेंद्र यादव सहित अन्य कई नेता पहुंचेंगे।
हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि महासम्मेलन को लेकर किसानों में भारी उत्साह है और हजारों की संख्या में किसान पक्का मोर्चा पर पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि महासम्मेलन को लेकर किसान पदाधिकारियों की ड्यूटियां लगा दी गई है। इस मौके पर हैप्पी रानियां, मलकीत भुल्लर, गोरा ढाणी काहन सिंह लक्खा सिंह अलीकां, प्रिंस भिंडर जीवननगर, जगराज सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।
‘सीएम हमें भी बुलायें बातचीत के लिए’
कैथल (हप्र) : भारतीय किसान संघ के प्रदेश प्रवक्ता रणदीप आर्य ने कहा कि उनका संगठन आरएसएस की सबसे बड़ी शाखा है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें कभी बातचीत या सलाह के लिए नहींं बुलाया, उल्टे ऐसे व्यक्ति गुणी प्रकाश को बुलाया जिनका न कोई संगठन है ना वजूद। उन्होंने आरोप लगाया कि गुणी प्रकाश किसान आंदोलन को ‘खराब’ कर रहे हैं। हम उनके साथ नहीं हैं। यहां पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता में आर्य ने कहा कि भारतीय किसान संघ मांग करता है कि किसानों को डीजल के मूल्य में राहत दी जाए। भारतीय किसान संघ के जिला प्रधान सतीश ग्योंग व गुलतान नैन ने कहा कि गुणी प्रकाश द्वारा कहा जा रहा है कि भारतीय किसान संघ उनके साथ है, ये बिल्कुल गलत है। वे न तो मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध करते हैं और न ही समर्थन करते हैं लेकिन कृषि कानूनों का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों में संशोधन करके उन्हें तर्कसंगत नहीं बनाती तब तक भारतीय किसान संघ कृषि कानूनों का विरोध करता रहेगा। इस अवसर पर किसान नेता श्रीराम मोहणा, पालाराम, जसवंत रसूलपुर, जगदीश खुराना आदि भी उपस्थित थे।
‘सीएम के कार्यक्रम के लिए किसानों से साधा जा रहा संपर्क’
पूंडरी (निस) : भारतीय किसान यूनियन (मान गुट) के प्रदेशाध्यक्ष गुणीप्रकाश ने कहा कि मथाना में मुख्यमंत्री के किये जाने वाले कार्यक्रम के लिए किसानों से जनसंपर्क अभियान चलाया हुआ है। पूंडरी में बातचीत करते हुए गुणीप्रकाश ने कहा कि किसानों में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को करवाने को लेकर काफी उत्साह है। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेताओं पर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दिल्ली में डेरा जमाये बैठे गुरनाम चढूनी व राकेश टिकैत का किसानों के हितों से कोई लेना-देना नहीं है, असल एजेंडा उनका कोई ओर है और वे किसानों को आगे करके अपने एजेंडे को सफल बनाने में लगे हुए हैं, जिसकी सरकार को जांच करवानी चाहिए।
टीकरी बॉर्डर जा रहे किसान की हृदय गति रुकने से मौत
नरवाना (अस) : सोमवार को हंसडैहर गांव से टीकरी बॉर्डर में किसानों के धरने पर जाते समय एक किसान की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि हंसडैहर गांव के किसानों का धरना टीकरी बॉर्डर पर चल रहा है। सोमवार को 43 वर्षीय रूलदू पुत्र महासिंह निवासी हंसडैहर भी अन्य के साथ कार में गांव से निकला था। थोड़ी दूर जाते उसके सीने में दर्द हुआ। किसान उसे लेकर अस्पताल में पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।