हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 29 जुलाई
रोहतक प्रशासन द्वारा पिछले कई माह से बाढ़ से निपटने के दावे कागजी साबित हो रहे हैं। नालों व ड्रेनों की सफाई न होने से बरसात के पानी ने अधिकांश गांव में बाढ के हालात हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि प्रशासन ने पानी निकासी तक के इंतजाम नहीं किये हुए थे।
सांपला में प्रशासन के पास पानी निकासी के लिए इंजन के ईंधन के लिए पैसे नहीं हैं और पेट्रोल पंप मालिकों ने उन्हें उधार देने से मना कर दिया है। जिले में करीब 10 दिन पूर्व भारी बरसात हुई थी। अधिकांश गांव जलमग्न हो गए।
सबसे ज्यादा जलभराव सांपला, लाखनमाजरा व महम के ग्रामीण क्षेत्र में हुआ। गांवों में पानी निकासी ना होने के कारण गावों के तालाब भर गए व पानी गलियों व लोगों के घरों में घुस गया। मंदिर, श्मशान, स्कूल सभी रास्तों पर पर पानी भरा है। गांव कुलताना, गिझी, दत्तौड भैंसरू व लाखनमाजरा गांव में भी बाढ़ के हालात बने हुए हैं। प्रशासन ने समचाना सहित कई गांव में इंजन-पंप तो रख दिये लेकिन इंजन आयल और डीजल की व्यवस्था प्रशासन नहीं कर पाया। ग्रामीणों द्वारा तेल-पानी व अन्य उपकरण मांगे जाने पर प्रशासन उन्हें टालता रहा।
पानी निकासी के लिए एसडीएम से लगाई गुहार
गन्नौर (निस) : गढ़ी केसरी में पानी निकासी की व्यवस्था को लेकर वार्ड 7 गढ़ी केसरी के लोग बृहस्पतिवार को एसडीएम सुरेंद्र दून से मिले। इस दौरान उनके साथ निवर्तमान वार्ड पार्षद प्रतिनिधी अशोक त्यागी भी मौजूद रहे।
उन्होंने एसडीएम को बताया कि गढ़ी केसरी में पहले पानी की निकासी दूषित पानी के जोहड़ में होती थी लेकिन बाद में जोहड़ को बंद कर दिया गया जिससे अब पानी की निकासी गन्नौर शहर की तरफ होती है।
निकासी के लिए बने नालों का सही ढाल न होने के कारण गढ़ीकेसरी से गन्नौर की तरफ पानी की निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है। बरसात होते ही सारा पानी गांव में ही एकत्रित हो जाता है। शुक्रवार को भी तेज बरसात के कारण उनके गांव में कई फुट पानी जमा हो गया जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई घरों में बरसात का पानी भी घुस गया।
एसडीएम सुरेंद्र दून ने नपा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मौका निरीक्षण कर पानी निकासी का पुख्ता प्रबंध करें।
खेतों में भरा बारिश का पानी, एसडीएम ने लिया जायजा
गोहाना (निस) : उपमंडल क्षेत्र में पिछले 2 दिन से हो रही बारिश के कारण कुछ गांवों के खेतों में जलभराव हो गया है। बृहस्पतिवार दोपहर बाद हुई झमाझम बारिश ने किसानों की और चिंता बढ़ा दी है। इससे किसानों को फसलों में नुकसान की आशंका बनी हुई है। इसको लेकर एस.डी.एम. प्रदीप कुमार ने गांवों में जाकर खेतों का जायजा लिया और किसानों को पानी निकलवाने का भी आश्वासन दिया ताकि उनकी फसलों में नुकसान न हो। इसके लिए उन्होंने ग्रामीणों से भी प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। बृहस्पतिवार को भी दोपहर बाद करीब आधे घंटे तक 84 एमएम बारिश हुई। इससे जहां शहर में महमूदपुर रोड, जींद रोड, सोनीपत रोड, सिविल रोड, कॉलेज मोड़ समेत मुख्य मार्गों पर जलभराव होने से राहगीरों व वाहन चालकों को परेशानी हुई। एसडीएम प्रदीप कुमार ने बरसाती पानी की निकासी को लेकर गांव रिंढाना, धनाना, कथूरा, छपरा, बनवासा और गोहाना शहर का संबंधित अधिकारियों के साथ दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि वह पानी निकलवाने को लेकर कार्य करें।