चंडीगढ़, 1 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने सभी संबंधित विभागों को दुर्घटना संभावित बिंदुओं के रेक्टिफिकेशन से जुड़े सभी मामले 30 नवंबर तक पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा हम सबके के लिए सर्वोपरि है। इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में ‘हरियाणा विजन जीरो’ का अहम योगदान रहा है। इसलिए इसे पुन: शुरू करने के लिए भी संभावना तलाशी जानी चाहिए। परिवहन मंत्री बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान 31 दिसंबर, 2019 को हुई परिषद की पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों पर विभागों द्वारा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में स्पीड ब्रेकर के निर्माण, नए स्पीड ब्रेकर प्वाइंट्स की पहचान करने, रोड साइनेज, मार्किंग, कैट आई आदि की स्थापना, फुट ओवर ब्रिज तथा अंडर ब्रिज के निर्माण, महत्वपूर्ण स्थानों पर ट्रैफिक लाइट्स की स्थापना और राजमार्गों के साथ लगते सभी महत्वपूर्ण अस्पतालों में ट्रामा केयर सुविधाएं मुहैया करवाने जैसे बिन्दुओं पर भी चर्चा की गई।
शर्मा ने निर्देश दिए कि आरटीए सचिवों और सहायक सचिवों के वाहनों में एक महीने के अंदर जीपीएस सिस्टम लगवाया जाए। हल्के वाहनों हेतु लाइसेंस बनवाने के लिए कम से कम 10 दिन का प्रशिक्षण अनिवार्य किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना प्रशिक्षण के किसी भी व्यक्ति को लाइसेंस जारी न किया जाए।