जगाधरी (निस) : तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों के तेवर कड़े होते जा रहे हैं। किसान विरोध करने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। इसी कड़ी में गांव तेजली में किसानों ने जजपा व भाजपा नेताओं के विरोध में गली-चौराहों पर बैन टांग दिए हैं। इन बैनरों पर साफ लिखा है कि तीन कृषि कानूनों के समर्थक भाजपा व जजपा नेताओं का यहां आना मना है। उनका यहां पर डटकर विरोध किया जाएगा। जो किसान के साथ खड़ेगा,वो ही गांव में बड़ेगा। किसान जसबीर सिंह तेजली, सुखदेव सिंह, जीत तेजली, प्रवीण कुमार, राजीव कुमार, सचिन कुमार आदि ने बताया कि आज किसान की हालत बहुत दयनीय है। तीन कृषि कानूनों से किसान को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जसबीर सिंह तेजली का कहना था कि इसे लेकर पूरा गांव एक साथ है।
सामाजिक, कर्मचारी संगठनों ने किया प्रदर्शन
कैथल (हप्र) : केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ तथा काले कृषि कानूनों को रद्द कराने व बिजली बिल 2020 वापस करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन व धरना दिया गया है। इसी कड़ी में खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति कैथल के बैनर तले सीटू, खेत मजदूर यूनियन, किसान सभा, एसएफआई छात्र संगठन, डीवाईएफ आई, आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन, रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा, महिला समिति, सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा के सैकड़ों कार्यकर्ता जवाहर पार्क कैथल में एकत्रित हुए। इसके बाद लघु सचिवालय तक प्रदर्शन कर धरनारत किसानों के साथ शामिल हो गए। पहले जवाहर पार्क में सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता नरेश कुमार रोहेड़ा ने की व संचालन कामरेड प्रेम चंद ने किया।
गांव-गांव से इकट्ठा किया जा रहा राशन
इन्द्री (निस) : तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून बनवाने के लिए दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों के लिए भारतीय किसान यूनियन गांव-गांव में राशन सामग्री इकट्ठा कर रही है। गांवों में किसान व मजदूर परिवारों के लोग बढ़-चढ़ कर अनाज व सब्जियों आदि का सहयोग दे रहे हैं। उपमंडल के गांव चौगावां में किसान अशोक कुमार, बलकार सिंह, मेनपाल, जसवीर राणा, राजकुमार शर्मा व पवन आदि की अगुवाई में किसानों ने ट्रैक्टर-ट्राली में राशन सामग्री एकत्रित की और जय किसान व किसान एकता जिंदाबाद के नारों के साथ दिल्ली की तरफ कूच किया।
ब्लॉक समिति के 2 सदस्यों ने दिया इस्तीफा
असंध (निस) : तीन कृषि कानूनों के विरोध में ब्लॉक समिति के दो मेंबरों वार्ड नंबर 17 से मेंबर जसविंद्र कौर और वार्ड 9 से मेंबर सतपालसिंह ने अपना इस्तीफा दिया है। दोनों मेंबरों ने अपना इस्तीफा असंध बीडीपीओ कंचनलता को सौंप दिया। वार्ड 17 की मेंबर जसविंद्र कौर और वार्ड 9 के मेंबर सतपाल सिंह ने बताया कि भाजपा सरकार ने किसानों के विरोध में पास किए तीन कृषि कानूनों को लागू करके किसानों को कड़ी मार दी है। सरकार किसानों की मांग की ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में विरोध स्वरूप उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। बीडीपीओ कंचनलता ने बताया कि वार्ड नंबर 17 से ब्लॉक समिति मेंबर जसविंद्र कौर और वार्ड 9 से मेंबर सतपाल सिंह ने किसानों के समर्थन में अपने पद से इस्तीफे उन्हे सौंपे हैं। यह इस्तीफे उपायुक्त करनाल को भेज दिए जाएंगे।
जिला पार्षद का त्यागपत्र
फतेहाबाद (निस) : किसान आंदोलन के समर्थन में आज जिला पार्षद अजय मेहता ने भी पार्षद देने से इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पार्षद पद छोड़ने के साथ-साथ वे भाजपा को भी छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ किसानों का नहीं, आम आदमी के जीवन से भी जुड़ा हुआ है।
भाजपा किसानों का कर रही अपमान : धंतौड़ी
बाबैन (निस) : आखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्टृीय प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी ने कहा है केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा बनाए गए कृषि काले कानूनों को रद्द करने को लेकर विरोध व आंदोलन कर रहे किसानों को भाजपा द्वारा देशद्रोही, आतंकवादी जैसी भाषा का प्रयोग कर देश के किसानों एवं सिख समुदाय के लोगों का अपमान कर रही है। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी ने बाबैन में पत्रकार वार्ता में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसान, गरीब, मजदूर व छोटे दुकानदारों पर अत्याचार क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्योगपतियों की चिंता छोड़कर देश के किसान की चिंता करें।