गुरुग्राम, 5 जुलाई (हप्र)
प्रतिनियुक्ति पर शहरी स्थानीय निकाय में आए 37 अधिकारियों व कर्मचारियों के आदेश चंद घंटे बाद ही रद्द कर दिए गए। ये आदेश निकाय निदेशालय के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एसएन राय की ओर से जारी किए गए थे। इसमें एमसीजी के ज्वाइंट कमिश्नर, दो एक्सईएन समेत 17 कर्मचारियों के अलावा 9 जिलों के निगम कर्मी शामिल हैं।
यह दूसरा मौका है जब शहरी स्थानी निकाय में दूसरे विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों व कर्मचारियों के रिलीविंग आर्डर जारी किए गए। करीब एक महीने पहले भी एक आदेेश के बाद प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों में से कुछ को रिलीव करके शेष के आदेश रद्द कर दिए गए। सोमवार को पुनः विभिन्न विभागों से 9 जिलों के नगर निगमों में प्रतिनियुक्ति आए अधिकारियों व कर्मचारियों को ‘जनहित में तुरंत प्रभाव से रिलीव करने’ के आदेश करीब साढ़े 11 बजे जारी किए गए। इनमें राजस्व विभाग से गुरुग्राम नगर निगम में जोन तीन के ज्वाइंट कमिश्नर कम डीआरओ व विज्ञापन के ओवरऑल प्रभारी हरिओम अत्रि, एक्सईएन रमन यादव व अमित शांडिल्य, एसडीओ कुलदीप सिंह व अजय शर्मा और जेडटीओ समीर श्रीवास्त समेत 17, फरीदाबाद नगर निगम से 5, पानीपत से 4, सोनीपत से 3, पंचकूला व यमुनानगर से दो-दो तथा रोहतक व करनाल से एक-एक कर्मी की प्रतिनियुक्ति रद्द कर तत्काल प्रभाव से रिलीव करने के आदेश शामिल थे।
60 प्रतिशत कर्मचारी दूसरे विभागों से
नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच इन आदेशों को लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाएं शुरू ही हुई थी कि करीब तीन घंटे बाद ही पूर्व आदेशों को वापस लिए जाने संबंधी चिट्टी निदेशालय से जारी हो गई। गुरुग्राम नगर निगम में कार्यरत स्थाई कर्मियों में से 60 प्रतिशत से अधिक विभिन्न विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आए हुए हैं। करीब ढ़ाई हजार कर्मचारी आउटसोर्स पर कार्यरत हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में रिटायर्ड कर्मचारियों व अधिकारियों को बतौर सलाहकार भी रखा हुआ है।