मुस्तफाबाद, 19 नवंबर (निस)
कार्तिक पूर्णिमा पर शुक्रवार को सरस्वती धाम पर मेला भरा। दूरदराज के गांवों से आए लोगों ने सरस्वती धाम पर स्थित मंदिरों में माथा टेका, पूजा-अर्चना की तथा मेले में लगी दुकानों से खरीदारी की।
कल सायं सरस्वती कुंड के घाटों पर श्रद्धालुओं ने दीपदान किया था। लेकिन सरस्वती कुंड के ढाई साल से सूखे पड़े होने के कारण स्नान करने आए श्रद्धालुओं को मायूसी हुई विभिन्न गांव से आई महिलाओं सलोचना, वीरावाली, ओमवती का कहना था कि वे तो यहां स्नान करने आई थी लेकिन सरोवर सूखा पड़ा है, सफाई भी नहीं हुई। थोड़ा-बहुत गंदा पानी सरोवर में है जिससे छींटा भी नहीं दे सकते। सरस्वती विकास समिति के चेयरमैन विश्वमित्र अग्रवाल का कहना था कि सरस्वती धाम ऐतिहासिक स्थान है।
करीब ढाई वर्ष से सरस्वती कुंड सूखा पड़ा है। इसके बारे में नहरी विभाग के एसडीओ, एक्सईएन, एससी से समिति ने एस्टीमेट पास कराकर भेजा था लेकिन यह फाइल यूं ही पड़ी है। इस बारे में सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष घुम्मन सिंह किरमच को अवगत कराया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।