अम्बाला शहर, 14 दिसंबर (हप्र)
संपत्ति टैक्स के बकाएदारों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए आज नगर निगम ने जीटी रोड पर स्थित एक पेट्रोल पंप सहित करीब अढ़ाई दर्जन दुकानों को सील करने की कार्रवाई की। सीलिंग कार्रवाई होते देख संबंधित अधिकांश संपत्ति मालिकों ने नगर निगम में पैसा जमा करवाकर अपने संस्थानों से सील खुलवाने का काम किया। आज की कार्रवाई से स्पष्ट है कि साधन संपन्न लोग भी जानबूझ कर संपत्ति कर नहीं दे रहे। निगम का करोड़ों रुपये टैक्स दबाकर बैठे लोगों के खिलाफ रोजाना कार्रवाई किए जाने की बात अधिकारी कह रहे हैं।
जानकारी के अनुसार आज नगर निगम अधीक्षक राजेंद्र मेहता के नेतृत्व में रिकवरी टीम मार्केट में उतरी। इस टीम में बलबीर सिंह, हरीश छाबड़ा, सुनील कुमार गृहरक्षा दल के साथ मौजूद थे। टीम ने बताया कि आज जीटी रोड पर एक पेट्रोल पंप को सील करने की कार्रवाई की लेकिन थोड़ी देर बाद ही संपत्ति मालिक की ओर से उसकी ओर बकाया 2.54 लाख रुपये की राशि निगम के खजाने में जमा करवा दी गई। कार्यालय अधीक्षक ने बताया कि इसी प्रकार पालीटेक्निक चौक के एक ओर बनी मार्केट की 14 दुकानों की ओर 3.54 लाख रुपये का संपत्तिकर बकाया चला आ रहा था लेकिन तमाम कोशिश के बाद जमा नहीं करवाया जा रहा था।
आज जैसे ही सीलिंग की कार्रवाई शुरू की गई वैसे ही बकाया पैसा नगर निगम के पास जमा करवा दिया गया। उन्होंने बताया कि मोटर मार्केट में भी एक व्यक्ति की करीब 15 दुकानों की मार्केट पर 3.50 लाख रुपये संपत्तिकर बकाया था। आज जैसे ही सीलिंग कार्रवाई शुरू की गई वैसे ही संपत्ति मालिक ने 3.50 लाख रुपये की राशि नगद देकर सीलिंग की कार्रवाई से राहत पाई। टीम ने बताया कि जब नोटिसों के बाद भी टैक्स की राशि जमा नहीं करवाई गई तो नगर निगम को दुकानें सील करने की कार्रवाई करनी पड़ी है। आज की कार्रवाई में जिन संपत्तियों को सील किया जा चुका था उसके बारे नगर निगम आयुक्त के आदेशों के बाद सील को खोल दिया गया।
आज स्पष्ट हो गया कि साधन संपन्न लोग जानबूझ कर संपत्ति कर जमा नहीं करवा रहे अन्यथा ये सभी नोटिस मिलने के तुरंत बाद भी जमा करवा सकते थे। अभी आगे भी सभी बकाएदारों काे सिलसिलेवार नोटिस भेज बकाया जमा करवाने को कहा जा रहा है। नगर निगम आयुक्त धीरेंद्र खडगटा के स्पष्ट आदेश हैं कि बकाएदारों से वसूली की जाए अन्यथा सीलिंग की कार्रवाई को अंजाम दिया जाए। शेष बकाएदार यदि समय रहते टैक्स जमा नहीं करवाएंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी है।
-राजेंद्र मेहता, नगर निगम अधीक्षक, अम्बाला