नयी दिल्ली, 12 मार्च (एजेंसी)
उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास से बरामद एसयूवी के मामले में आतंकी घटना की जिम्मेदारी लेने के लिए जिस मोबाइल फोन पर ‘टेलीग्राम’ चैनल तैयार किया था, उसे तिहाड़ जेल से जब्त किया गया है। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया था कि मुंबई में मुकेश अंबानी के आवास के पास एसयूवी में विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी लेने का दावा करने वाले जैश-उल-हिंद संगठन का ‘टेलीग्राम’ चैनल दिल्ली के ‘तिहाड़ इलाके में’ बनाया गया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मामले में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने बृहस्पतिवार को तिहाड़ जेल प्रशासन से संपर्क किया। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बताया, ‘तिहाड़ जेल प्रशासन ने एक मोबाइल फोन जब्त किया है, जिसके बारे में संदेह है कि उसी से टेलीग्राम चैनल शुरू किया गया था और आतंकी कृत्यों की जिम्मेदारी ली गयी थी।’ पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) प्रमोद सिंह कुशवाह ने बताया, ‘विशेष प्रकोष्ठ से मिली सूचना के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने जेल से एक मोबाइल फोन जब्त किया, जहां पर आतंकवाद के कई दोषी बंद हैं। आशंका है कि टेलीग्राम चैनल शुरू करने के लिए इस फोन का इस्तेमाल किया गया और आतंकी कृत्यों की जिम्मेदारी ली गयी।’ अधिकारी ने बताया कि तिहाड़ जेल से जब्त मोबाइल सेट के संबंध में फॉरेंसिक विश्लेषण और आगे जांच की जाएगी। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि पुलिस ने एक निजी साइबर एजेंसी की मदद से उस फोन की लोकेशन पता की, जिस पर टेलीग्राम का चैनल बनाया गया था। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि फोन की लोकेशन दिल्ली की तिहाड़ जेल के पास है। गौरतलब है कि 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक से लदी एक एसयूवी मिली थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 26 फरवरी को टेलीग्राम एप पर चैनल शुरू किया गया और अंबानी के आवास के बाहर गाड़ी लगाने के लिए जिम्मेदारी लेने वाला संदेश 27 फरवरी की रात को एप पर पोस्ट किया गया। संदेश में क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान करने की मांग की गयी और एक लिंक भी उसमें दिया गया था। अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि लिंक उपलब्ध नहीं था, जिसके बाद जांच करने वाले अधिकारियों को संदेह हुआ कि किसी ने शरारत की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जैश-उल-हिंद का एक और संदेश 28 फरवरी को आया जिसमें दावा किया गया कि घटना में संगठन की कोई भूमिका नहीं थी।