महोबा (उत्तर प्रदेश), 19 नवंबर (एजेंसी)
विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शासन कर चुकी पूर्ववर्ती सरकारों ने बारी-बारी से बुंदेलखंड क्षेत्र को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी तथा यहां के जंगलों और संसाधनों को माफिया के हवाले कर दिया और अब जब उसी माफिया के खिलाफ बुलडोजर चल रहा है तो कुछ लोग ‘हाय-तौबा’ मचा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को 3,240 करोड़ रुपये की लागत से बनी परियोजनाओं का उद्घाटन किया जिनमें अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली वियर परियोजना, भवानी बांध परियोजना और मझगांव-मिर्च छिड़काव परियोजना शामिल हैं। इन परियोजनाओं से मुख्य रूप से पानी के तरस रहे बुंदेलखंड को पेयजल मिलने लगेगा।
जनसभा में पानी की कमी की स्थानीय लोगों की समस्याओं से जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ”लोग इस क्षेत्र में बेटी ब्याहने से क्यों कतराने लगे, क्यों यहां की बेटियां पानी वाले क्षेत्र में शादी की कामना करने लगीं? इन सवालों के जवाब महोबा, बुंदेलखंड के लोग अच्छी तरह जानते हैं।’ कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की पूर्ववर्ती सरकारों का नाम लिये बिना उन पर एक साथ निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शासन करने वालों ने बारी-बारी से इस क्षेत्र को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां के जंगलों, संसाधनों को कैसे माफिया के हवाले किया गया, यह किसी से छिपा नहीं है। अब इन्हीं माफिया पर उत्तर प्रदेश में जब बुलडोजर चल रहा है तो कुछ लोग हाय-तौबा मचा रहे हैं।’
प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड में पानी की कमी और उसे लेकर कोई ठोस काम नहीं किए जाने का तंज पूर्ववर्ती सरकारों पर करते हुए कहा, ”इन लोगों ने बुंदेलखंड के साथ जैसा बर्ताव किया उसे यहां के लोग कभी नहीं भूल सकते। नलकूप/हैंडपंप की बातें तो बहुत हुई लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने यह नहीं बताया कि भूजल के अभाव में उनसे पानी कैसे निकलेगा। ताल-तलैया के नाम पर फीते बहुत काटे लेकिन हुआ क्या, यह मुझसे बेहतर आप जानते हैं। बांधों और तालाबों के नाम पर घोटाले हुए। बुंदेलखंड को लूटकर पहले की सरकार चलाने वालों ने अपने परिवार का भला किया, और आपका परिवार बूंद बूंद के लिये तरसता रहा, लेकिन इससे उनको कोई सरोकार नहीं रहा।”