चंडीगढ़, 18 फरवरी (ट्रिन्यू)
पंजाब फेडरेशन आफ यूनिवर्सिटी एंड काॅलेज टीचर्स आर्गेनाइजेशन (पीफुक्टो) ने पंजाब सरकार के उस फैसले का कड़ा विरोध किया है, जिसमें पंजाब और चंडीगढ़ के काॅलेज और यूनिवर्सिटीज के सभी टीचर्स के पे-स्केल यूजीसी से डि-लिंक करने का निर्णय लिया है। पीफुक्टो ने सरकार के इस फैसले के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। पंजाब विश्वविद्यालय (पूटा), जीएनडीयू अमृतसर, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, पीएयू लुधियाना, जीएडीवीएएसयू लुधियाना, पंजाब के सभी सरकारी एवं एडिड कालेज के टीचर्स ने पीफुक्टो के बैनर तले सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया है।
पे-स्केल यूजीसी से डि-लिंक करने का विरोध
पीफुक्टो के महासचिव डॉ. जगवंत सिंह ने आज मीडिया को बताया कि पंजाब के वित्त विभाग ने उनके पे-स्केल यूजीसी से डि-लिंक करके उन्हें संघर्ष छेड़ने पर विवश कर दिया है। डॉ. सिंह ने कहा कि इस फैसले से न केवल शिक्षकों को वित्तीय तौर पर तो घाटा होगा ही बल्कि पूरे देश में उनके आने-जाने को भी बाधित करेगा।
इस प्रकार रहेगा धरनों का शैड्यूल
पीफुक्टो ने सभी काॅलेजों और यूनिवर्सिटीज में 19 फरवरी को दो घंटे का धरना देने का फैसला लिया है। इसी तरह 24 फरवरी को पीएयू लुधियाना, डीएडीवीएएसयू और लुधियाना के सभी कालेजों के अलावा मोगा, फिरोजपुर और नवांशहर के टीचर्स पीएयू लुधियाना में संयुक्त तौर पर धरना देंगे। अगले दिन 25 फरवरी को पंजाब विश्वविद्यालय एवं चंडीगढ़ के कालेज, होशियारपुर, मोहाली के कालेज पीयू में धरना देंगे। इसी तरह से अमृतसर में जीएनडीयू, कालेजों, गुरदासपुर, तरन तारन, पठानकोट, जालंधर और कपूरथला के टीचर 26 फरवरी को धरना देंगे। इसके अलावा 3 मार्च को पटियाला, बठिंडा, बरनाला, रोपड़, फाजिल्का, अबोहर, मुक्तसर और संगरूर के सभी कालेज व यूनिवर्सिटी टीचर्स पीयू पटियाला में धरने पर बैठेंगे। जगवंत सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार के आने वाले बजट सत्र के दौरान एक राज्यस्तरीय विरोध प्रदर्शन भी आयोजित किया जायेगा।