मोहाली, 20 मई (निस)
खरड़ बलौंगी फ्लाई ओवर में आई दरारों का मामला तूल पकड़ने लगा है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि ये दरारें रूटीन की दरारें हैं इनसे पुल को कोई खतरा नहीं है। वहीं बृहस्पतिवार को इस मामले में ऑल इंडिया तृणमूल के सूबा प्रधान मंजीत सिंह ने मोहाली में पुल के निर्माण की जांच करवाने की मांग की। मंजीत सिंह ने पुल की जांच में इस्तेमाल की गई सामग्री की जांच करवाने की मांग को लेकर प्रशासन के माध्यम से केंद्रीय सड़क व आवाजाही हाईवे मंत्रालय मंत्री नितिन गडकरी को मांग पत्र दिया है। मांग पत्र में कहा गया है कि पुल के पिलर नंबर 105 के पास फ्लाई ओवर में दरारें आ गई हैं जिसके बाद पुल पर किसी भी हादसे की आंशका बनी हुई है। पार्टी के पदाधिकारियों व सदस्यों ने मांग की है कि इस पुल की सामग्री की गुणवता की जांच लैब से करवाई जाए। इसके साथ साथ हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया जाए ताकि पुल की गुणवत्ता की समीक्षा हो सके। मंजीत सिंह ने कहा कि यह मामला आम लोगों की जिंदगी के साथ जुड़ा है। ध्यान रहे कि पुल में दरार की फोटो पिछले काफी दिनों से वायरल हो रही है।
पुल पूरी तरह से सुरक्षित : एसडीएम
मामले में खरड़ के एसडीएम हिमांशु जैन का कहना है कि ये दरारें नहीं हैं बल्कि मामूली प्लस्तर क्रेक हैं। पुल पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि अगर पुल पर कोई हादसा होता है तो इसके लिए डीसी मोहाली व केंद्र जिम्मेदार होगा। ध्यान रहे कि इस पुल का निर्माण 350 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। 10 किलोमीटर लंबा ये पुल बलौंगी बैरियर से शुरू होकर खानपुर टी प्वाइंट तक जाता है। इस पुल से उक्त सफर महज 10 मिनट में तय हो जाता है। इसी साल बीती जनवरी को पुल जनता को समर्पित किया गया था।