भिवानी, 5 जनवरी (हप्र)
पिछले लगभग 24 घंटे से रुक-रुक हो रही बरसात से जहां किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई है वहीं समूचे क्षेत्र को ठंड ने जकड़ लिया है। भिवानी व लोहारू में 24 घंटों के दौरान लगभग 24 मिलीमीटर बरसात हुई है और कई जगह ओलावृष्टि भी हुई है। बरसात व तेज हवाओं के कारण समूचे जिले में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। गौरतलब होगा कि पिछले 3 माह से बरसात न होने से किसानों को भारी परेशानी हो रही थी। यूं भी जिले का अधिकांश हिस्सा नहरी पानी की बजाए बरसात पर निर्भर करता है। उस पर नहरों के पानी में भारी कटौती ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी। क्षेत्र की फसल सरसों, चना, गेंहू, ज्वार आदि को मुख्यत तीन पानी दिये जाते हैं। तीन माह से बरसात न होने व नहरों में पानी पूरा न आने कारण किसान दो बार तो पानी से वंचित रह चुके हैं। कल दोपहर 2 बजे शुरू हुई बरसात किसानों की फसलों के लिए रामबाण साबित हुई है।
कृषि विशेषज्ञ डा. सतबीर शर्मा का कहना है कि पिछले 24 घंटों के दौरान हुई बरसात से फसलों में लगने वाले रोग जहां खत्म हो जायेंगे वहीं फसलों को अत्यधिक लाभ भी मिलेगा। उन्होंंने कहा कि नमी तथा आने वाले दिनों में पडऩे वाली धुंध से खासतौर पर सरसों व गेंहू की फसलों को काफी फायदा होगा।
नारनौल (हप्र) : सोमवार दोपहर बाद से रात्रि तक हुई बरसात से किसानों के चेहरे खिला दिए हैं। तापमान में गिरावट होने से किसानों का रबी की फसलों की अच्छी पैदावार की उम्मीद है और किसान बेहद खुश नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सोमवार रात्रि को क्षेत्र में 44 एमएम बरसात दर्ज की गई। जबकि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं दूसरी ओर शहर में बरसात का पानी अनेक जगहों पर जमा होने के कारण शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना। किसानों का कहना है कि बरसात होने क कारण ठंड में फसलों की वृद्धि तेजी से होती है।
जींद (हप्र) : जिलेभर में दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण मौसम में ठंड बढ गई है। हालांकि बारिश और हवा के कारण जिले में पर्यावरण में काफी सुधार भी देखने को मिल रहा है। बिजेंद्र मलिक, कृष्ण कुंडू, आदि किसानों ने कहा कि यह बारिश फसलों केे लिए काफी लाभदायक साबित होगी। इधर, बारिश के कारण शहर के अनेक गलियों में पानी व कीचड़ जमा हो गया। जिसके स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रही है।
पानी आया सड़क पर, लोग परेशान
कनीना (निस) : क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश से सड़क पर पानी जमा हो गया। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 30 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। बारिश के बाद तापमान मेें गिरावट आई। बारिश का पानी कनीना-महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर व बस स्टैंड परिसर में जमा हो गया जिससे वाहन चालकों व अन्य यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क पर वाहनों के आवागमन से गड्ढे बनने लग गये हैं जिससे हादसों की संभावना बढ़ रही है। दूसरी ओर बारिश से सरसों व गेहूं की फसल में रौनक छा गई। खंड कृषि अधिकारी डॉ.गजानंद शर्मा ने बताया कि 19310 हैक्टेयर में सरसों,10590 हेक्टेयर में गेहूं, 40 हैक्टेयर में जौ की बिजाई की गई है जिन्हे बारिश से लाभ हुआ है।
बारिश ने बढ़ायी मुसीबत
नूंह/मेवात (निस) : जिला में विगत दो रोज से हुई बारिश से उपमण्डल स्तर के छोटे शहर तावडू की हालत किसी गांव के रास्तों, गलियों से भी अधिक खराब हो गई है। हैरत की बात यह है कि नपा प्रशासन व उनके प्रतिनिधि इस पर मौन धारण किए हुए हैं। जबकि शहरवासियों को कीचड़ युक्त गलियों, रास्तों से गुजरना पड़ रहा है। कभी-कभी उन्हें चोटिल भी होना पड़ रहा है। गुलशन खंडूजा, विनोद कुमार, राजेन्द्र कुमार, किशन कुमार, रजनीश, रानी, दलीप सिंह, होशियार सिंह, चेतराम, सतबीर सिंह, लल्लू, प्रवीण कुमार व तैयब आदि ने बताया कि सर्दी की हुई पहली बारिश तावड़ूवासियों के लिए कहर बनकर आई है। बारिश के बाद कीचड़ युक्त रास्ते से उनकी मुसीबत बढ़ा कर रख दी है।