प्रदीप साहू/निस
चरखी दादरी, 10 अप्रैल
सिविल अस्पताल में पिछले 5 साल से अल्ट्रासाउंड की सुविधा नदारद है। स्वास्थ्य विभाग के पास न तो नयी अल्ट्रासाउंड मशीन है और न ही अल्ट्रासोनोलॉजिस्ट। पुरानी मशीन कंडम हो चुकी है, रेडियोलॉजिस्ट के न होने के चलते बंद कमरे में यह मशीन धूल फांक रही है। पिछले पांच साल में अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के लिए हजारों मरीजों को दूसरे अस्पतालों या निजी केंद्रों पर जाना पड़ा है। 100 बैड की क्षमता के अस्पताल में कई आधुनिक सुविधएं उपलब्ध कराई गईं। सिविल अस्पताल से हर रोज 50 गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड और 15 अन्य मरीजों का अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के लिए निजी संस्थानों में रेफर किया जाता है।
अस्पताल पहुंचे मरीज आजाद सिंह, रमेश, विकास ने बताया कि अल्ट्रासाउंड मशीन खराब होने के कारण मरीजों को 6 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है और दूसरे अस्पताल जाना पड़ता है।
पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने बताया कि नई मशीन व रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति को लेकर वे कई बार प्रदेश के सीएम व स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख चुके हैं। सरकार को तुरंत नई अल्ट्रासाउंंड मशीन के साथ रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति करनी चाहिए।
रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति को लिखा पत्र
सिविल अस्पताल में रखी अल्ट्रासाउंड मशीन कंडम हो गई है और नई मशीन को लेकर मुख्यालय को अवगत करवाया गया है। वहीं रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है, जल्द ही नियुक्ति होने की उम्मीद है। इसके बाद अस्पताल आने वाले मरीजों को परेशानी व आर्थिक नुकसान से छुटकारा मिलेगा।
-डाॅ. सुदर्शन पंवार, सीएमओ