चंडीगढ़, 4 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा एनहांसमेंट पर जारी ‘लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम’ में सेक्टरवासियों का रुझान देखने को नहीं मिल रहा है। एचएसवीपी द्वारा 3 मार्च से 30 अप्रैल तक के लिए इस सेटलमेंट स्कीम को लांच की गया है, लेकिन स्कीम के जारी होने के एक माह बाद लगभग 90 प्रतिशत प्लाटधारकों ने राशि जमा नहीं करवायी है। यदि 2 अप्रैल तक के आकड़ों पर गौर करें तो स्कीम के तहत प्रदेश के जिन 58 सेक्टरों के 15430 प्लाटधारकों की राशि अपडेट हुई है, उनमें मात्र 1768 प्लाटधारकों ने ही नयी राशि जमा करवाई है। 13662 प्लाटधारक ऐसे हैं, जिन्होंने स्कीम को नहीं अपनाया है। ऑल सेक्टर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने बताया कि एनहांसमेंट पर जारी सेटलमेंट स्कीम में साॅफ्टवेयर की गड़बड़ी से हजारों प्लाटधारकों के खातों में लाखों रुपये ज्यादा की गलत राशि अपडेट हुई है। इससे स्कीम फ्लाॅप होने के कगार पर है। सेक्टरवासी राशि अपडेट हुई गड़बड़ियों को ठीक करने की मांग कर रहे हैं। जब तक एचएसवीपी द्वारा इन गड़बड़ियों को ठीक नहीं किया जाएगा, कोई प्लाटधारक एनहांसमेंट राशि भरने को तैयार नहीं है। यदि राशि आकड़ों पर गौर करें तो सेटेलमेंट स्कीम के तहत प्रदेश के 58 सेक्टरों के 15430 प्लाटधारकों के लगभग 823 करोड़ 98 लाख 50 हजार 962 रुपये के मामले सेटेलमेंट होने हैं। इसमें 2 अप्रैल तक प्रदेश के 1768 प्लाटधारकों द्वारा मात्र 45 करोड़ 79 लाख 41 हजार 225 की राशि भरी है। जबकि प्रदेश के 13662 प्लाटधारकों के लगभग 778 करोड़ 19 लाख 9 हजार 737 रुपये के मामले सटेलमेंट होने अभी बाकी है।
हर गड़बड़ी को किया जाए ठीक
कुलदीप वत्स ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में राशि अपडेट में हुई गड़बड़ियों को ठीक करने की घोषणा के बाद एचएसवीपी मुख्यालय द्वारा ‘सेटेलमेंट स्कीम’ में कुछ बदलाव का निर्णय लिया है। इसके तहत, यदि किसी अलाॅटी ने पहले भुगतान किया था और बहुत छोटी राशि (एक हजार रुपये तक) तक एनहांसमेंट के मद में अगली किस्त में एडजस्ट की गयी है तो ऐसी स्थिति में एडजस्टमेंट को नजरअंदाज करते हुए पिछली किस्त से अलाॅटी को स्कीम का लाभ दिया जाएगा। यानी किसी प्लाटधारक द्वारा एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट भरी गई है ओर उसकी राशि अपडेट में गड़बड़ी हुई है तो ऐसे सभी मामलों को ठीक किया जाएगा। एचएसवीपी द्वारा जल्द ही इसे अधिसूचित किया जाएगा। उन्होंने एचएसवीपी के निर्णय पर ऐतराज जताते हुए कहा कि हर प्लाटधारक की गड़बड़ी को ठीक किया जाना चाहिए। इसके लिए एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट का पैमाना लागू करना गलत है। उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश के हर प्लाटधारक की गड़बड़ी को ठीक करने के एचएसवीपी को आदेश देने की मांग की।